बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में कोटा खत्म करने के फैसले पर बवाल (Bangladesh Protests) मचा है. देश के अलग-अलग हिस्सों में हिंसा और आगजनी में अब तक 50 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है. इस बीच हिंसाग्रस्त इलाकों में फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए बीएसएफ (BSF) ने देवदूत की तरह काम किया है.

BGB और BSF ने मिलकर अंजाम दिया ऑपरेशन 
बीजीबी (बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश) के साथ मिलकर बीएसएफ एक सेफ पैसेज बनाया और मेडिकल स्टूडेंट्स की सुरक्षित घर वापसी हो पा रही है. अब तक 1,000 छात्रों को घर भेजा जा चुका है. बीजीबी ने पहले आखुरा बॉर्डर तक एक सुरक्षित रास्ता निकाला और स्टूडेंट्स को बॉर्डर तक पहुंचाया. वहां सभी छात्रों के खाने-पीने समेत तमाम सुविधाओं का ध्यान बीएसएफ ने रखा और फिर उन्हें घर पहुंचाया गया है.


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विदेश मंत्रालय ने जारी किया बयान 
विदेश मंत्रालय की साप्ताहिक ब्रीफिंग में भारत ने कहा कि यह बांग्लादेश का आंतरिक मामला है. बांग्लादेश में रह रहे 15,000 भारतीय पूरी तरह से सुरक्षित हैं. 8,500 छात्र भी बांग्लादेश के अलग-अलग शहरों में हैं. हम स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और वहां रह रहे भारतीयों को दूतावास के साथ संपर्क में रहने की सलाह देते हैं.


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Bangladesh reservation protest bsf became savior for Indian medical students one thousand students returned
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बांग्लादेश में देवदूत बनी BSF, 1,000 भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकाला 
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BSF Bring medial students from bangladesh
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1,000 मेडिकल स्टूडेंट्स को BSF ने पहुंचाया घर

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बांग्लादेश हिंसा के बीच देवदूत बनी BSF, 1,000 भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकाला

 

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