डीएनए हिंदी: यदि आप अपनी कार बदलने की सोच रहे हैं और आपका बजट 10 लाख रुपये के आसपास का है तो आप ऑडी कार खरीद सकते हैं. सुनने में शायद आपको यह अटपटा लगा होगा, लेकिन चंडीगढ़ इंडस्ट्रियल एंड टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (CITCO) आपको यह मौका दे रहा है, वह भी 14 फरवरी यानी वेलेंटाइन-डे के दिन. दरअसल सिटको वेलेंटाइन-डे के दिन दो लग्जरी कारों ऑडी व शेवरले क्रूज की नीलामी करने जा रहा है. ये दोनों कार होटल में ठहरने के बावजूद बिना बिल दिए खिसक गए कस्टमर्स की है, जिनका बाजार भाव करीब 58 लाख रुपये आंका गया है. करीब 5 साल तक कानूनी कवायद के बाद अब सिटको ने इन दोनों कार की नीलामी होटल का करीब 19 लाख रुपये का बिल वसूलने का फैसला लिया है. इस नीलामी में 45 लाख रुपये की साल 2012 मॉडल ऑडी क्यू-3 कार की कीमत 10 लाख रुपये तय की गई है, जबकि 13.5 लाख रुपये में साल 2016 में खरीदी गई क्रूज की कीमत डेढ़ लाख रुपये रखी गई है.
क्या है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2018 में चंडीगढ़ के सेक्टर-17 स्थित होटल शिवालिक व्यू में अश्विनी कुमार चोपड़ा और रमणीक बंसल ने कमरे लिए थे. ये दोनों बिजनेस करने के लिए चंडीगढ़ आकर होटल में ठहरे थे और अगले 6 महीने तक होटल में रहे. उनका बिल करीब 19 लाख रुपये हो गया तो होटल प्रबंधन ने उन्हें बिल चुकाने के लिए कहा. दोनों ने चुपके से फरार होने की कोशिश की, लेकिन पकड़े गए. इसके बाद उन्होंने 6-6 लाख रुपये के चेक दिए, जो बाउंस हो गए. होटल प्रबंधन ने उनकी ऑडी क्यू-3 और शेवरले क्रूज गाड़ियों को बिल के बदले जमानत के तौर पर जब्त कर लिया. मामले में PB10 CF 0009 कार किसी अश्विनी कुमार चोपड़ा के नाम रजिस्टर्ड थी। वहीं PCL 0082 रमणीक बंसल के नाम दर्ज थी। दोनों को बिल के पैसे लेकर आने के बाद गाड़ियां लेकर जाने के लिए कहा गया, लेकिन दोनों कभी वापस ही नहीं आए.
दो साल इंतजार करने के बाद कानूनी प्रक्रिया की शुरू
शिवालिक होटल CITCO का है. करीब दो साल तक दोनों फ्रॉड की तलाश करने के बाद सिटको ने उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की. दोनों के खिलाफ चंडीगढ़ जिला अदालत में सिविल केस दाखिल किया गया. साल 2021 में दोनों के पते भी फर्जी पाए जाने पर कोर्ट समन भी वापस आ गए. इसके चलते उनके खिलाफ एक्स पार्टी कार्रवाई शुरू की गई. हालांकि रमणीक बंसल के बेटे के पते पर भेजा गया समन रिसीव हो गया था, लेकिन रमणीक कोर्ट में पेश नहीं हुआ. इसके चलते कारों की नीलामी करने का फैसला लिया गया.
नीलामी में फंसा बैंक लोन का पेंच
सिटको ने जब कारों की नीलामी का फैसला लिया तो एक कार पर पहले से ही बैंक लोन होने की जानकारी मिली. इसके बाद फैसला लिया गया कि कारों की नीलामी से मिलने वाली रकम से पहले बैंकों का कर्ज चुकाया जएगा, इसके बाद सिटको के बिल की वसूली होगी. इस एफिडेविट के कोर्ट में जमा कराए जाने के बाद नीलामी की इजाजत मिल गई है, जो 14 फरवरी को होगी.
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19 लाख रुपये की वसूली के लिए 58 लाख रुपये की ऑडी होगी 10 लाख में नीलाम, बेहद दिलचस्प है पूरा मामला