डीएनए हिंदी: लद्दाख के गलवान में भारत और चीन की सेना के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद चीन के साथ पिछले लगभग दो वर्षों से भारत का टकराव है. स्थिति लाइन ऑफ कंट्रोल (LAC) पर अभी भी तनावपूर्ण है. इस मुद्दे पर भारत के आर्मी चीफ मनोज पांडे (Manoj Pande) ने कहा है कि लद्दाख में एलएसी पर स्थिति शांत है लेकिन यह स्थिति अप्रत्याशित है. उन्होंने कहा है कि भारत और चीन (India-China Dispute) ने बातचीत के जरिए कई मुद्दों पर सहमति बना ली है लेकिन अभी कुछ मुद्दे बाकी हैं जिस पर 17वें दौर में चर्चा हो सकती है.
दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान चीन के मुद्दे पर सेना प्रमुख मनोज पांडे ने कहा है कि चीन के साथ 17वें दौर की बातचीत को लेकर वे काफी उम्मीद लगाए हुए हैं. उन्होंने कहा है कि चीन ने अपने सैनिकों की तैनाती में कोई ज्यादा कमी नहीं की है जिसके चलते भारत ने भी अपनी सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर रखी है. इसके अलावा उन्होंने कहा है कि चीन लगातार सीमा पर बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रहा है और सीमा पार काफी तेजी से निर्माण कार्य भी जारी है.
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आर्मी चीफ ने कहा है कि आने वाली ठंड और चीन की हरकतों को देखते हुए सेना ने अपनी स्थिति मजबूत कर ली है. उन्होंने कहा है कि भारत के लिए यह महत्वपूर्ण है कि भारत सीमा पर अपने बुनियादी ढांचे में मजबूती लाए. उन्होंने बताया है कि बातचीत की सफलता यह रही है कि सितंबर महीने में भारतीय और चीनी सैनिक (PLA) पूर्वी लद्दाख के गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र में पेट्रोल प्वाइंट-15 से पीछे हटें हैं.
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आर्मी चीफ मनोज पांडे ने कहा है कि भारत और चीन की सेनाओं ने 8 सितंबर को घोषणा की थी कि वे दोनों पीपी-15 से सैनिकों को हटा रहे हैं और इसके बाद अन्य गतिरोध वाले मुद्दों पर 17वें दौर की बातचीत हो सकती है जिसको लेकर वे फिलहाल सकारात्मक हैं.
(इनपुट- भाषा एवं एजेंसी)
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