लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) को लेकर सियासी गहमा-गहमी तेज है. पार्टियों की ओर से बयानबाजियों का दौर भी अपने चरम पर है. इसी बीच जेल में कैद 'वारिस पंजाब दे' के मुखिया अमृतपाल सिंह ने एक स्वतंत्र प्रत्याशी बनने जा निर्णय लिया है. अमृतपाल सिंह की तरफ से कहा गया है कि वो खडूर साहिब लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेगा. उसके इस निर्णय के बाद पंजाब की राजनीति में एक बड़ा भूचाल आ गया है.
पंजाब की राजनीति में खडूर साहिब की अहमियत
खडूर साहिब मूल रूप से सिख बाहुल्य सीट है. इस सीट के अंतर्गत जंडियाला, तरनतारन, खेमकरण, पट्टी, खडूर साहिब, बाबा बकाला, जीरा, सुल्तानपुर लोधी और कपूरथला समेत 9 विधानसभा सीटें आती हैं. पंजाब की राजनीति में इस इलाके का वर्चस्व है. कहा जाता है कि इसके नाम भी तरह ही, यहां की राजनीति सिख धर्म से जुड़ी सियासत का केंद्र रहा है.
पिता तरसेम सिंह ने क्या कहा?
देश मे चल रहे लोकसभा चुनाव को लेकर अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने मीडिया को बताया था कि वो लोकसभा के चुनाव में भाग ले सकता है. तरसेम सिंह ने बताया था कि अमृतपाल सिंह चुनाव लड़ने के मूड में नहीं था लेकिन अपने समर्थकों के कहने पर वो चुनावी मैदान में उतरने की सोच रहा है. आपको बताते चलें कि 'वारिस पंजाब दे' के मुखिया अमृतपाल सिंह राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के अंतर्गत असम की डिब्रूगढ़ जेल में कैद है.
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अकाली दल, कांग्रेस या आप, पंजाब में अमृतपाल के चुनावी मैदान में आने से किसका खेल बिगड़ेगा?