नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार बनने जा रही है. आज शाम 7.15 बजे मोदी सरकार 3.0 (Narendra Modi 3.0 Cabinet) की शपथ लेगी. इसमें बीजेपी के तमाम सहयोगी दलों के नेता भी मंत्री पद की शपथ लेंगे. लेकिन इस बीच एनडीए के सहयोगी एक दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) को बड़ा झटका लगा है. अजीत पवार की एनसीपी को मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलेगी.
दरअसल, मंत्री पद को लेकर एनसीपी में मतभेद शुरू हो गया है. अजित पवार की अगुवाई वाली NCP को एक मंत्री पद मिला है, लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे अपना-अपना दावा ठोक रहे हैं. दोनों नेताओं में से कोई भी अपना दावा छोड़ने के लिए तैयार नहीं है. पीएम नरेंद्र मोदी ने जब दिल्ली में लोक कल्याण मार्ग पर स्थित अपने आवास पर संभावित मंत्रियों के साथ बैठक की तो एनसीपी की तरफ से कोई नेता नहीं पहुंचा.
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'राज्यमंत्री का पद हमें स्वीकार नहीं'
वहीं, इस मामले में प्रफुल्ल पटेल का बयान आया है. उन्होंने कहा, 'हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है, मैं कैबिनेट मंत्री रह चुका हूं. राज्यमंत्री का पद दिया जा रहा था जो हमें स्वीकार नहीं. कल रात हमें बताया गया कि एनसीपी को एक स्वतंत्र प्रभार वाला राज्य मंत्री मिलेगा. मैं पहले केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री था, इसलिए यह मेरे लिए एक पदावनति जैसा होगा. हमने भाजपा नेतृत्व को सूचित कर दिया है और उन्होंने हमें पहले ही कहा है कि बस कुछ दिनों तक इंतजार करें, वे उपचारात्मक कदम उठाएंगे.'
बीजेपी बोली- भविष्य में करेंगे विचार
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'एनसीपी को हमारी ओर से स्वतंत्र प्रभार मंत्री पद की पेशकश किया गया था. प्रफुल्ल पटेल का नाम भी फाइनल था. लेकिन वह पहले कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं. इसलिए एनसीपी नेताओं में राय बन पाई.
फडणवीस ने कहा, 'एनसीपी के नेताओं का कहना है कि प्रफुल्ल पटेल को राज्य मंत्री नहीं बनाया जाना चाहिए. इसलिए इस बार NCP को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया जा रहा है. लेकिन भविष्य में उन पर विचार किया जाएगा.'
शरद पवार गुट ने कसा तंज
वहीं, Modi 3.0 कैबिनेट में एनसीपी को शामिल नहीं किए जाने पर शरद पवार गुट की एनसीपी नेता रोहित पवार ने तंज कसा है. उन्होंने कहा, 'अजित दादा को कैबिनेट में ना शामिल करके बीजेपी ने बता दिया है आपके आने से हमें कोई फायदा नहीं हुआ. आगे अजित दादा को बीजेपी के चिन्ह पर लड़ना होगा. प्रफुल्ल पटेल को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है. ईडी की जांच भी बंद हो गई और राज्यसभा भी मिल गई'.
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अजीत पवार के साथ हो गया 'खेला', मोदी कैबिनेट में नहीं मिलेगी जगह, BJP बोली- भविष्य में सोचेंगे