दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे परियोजना का हिस्सा होने का दावा करने वाले एक कर्मचारी को नौकरी से निकाल दिया गया, क्योंकि उसने कहा कि राजस्थान के दौसा जिले में सड़क के हिस्से के धंसने के लिए चूहे जिम्मेदार हैं. अधिकारी के इस एक्शन से बाकी सभी कर्मचारियों का कड़ा सबक मिला है.
भारत की राष्ट्रीय राजमार्ग अथॉरिटी (NHAI) को केसीसी बिल्डकॉन कंपनी ने पत्र लिखकर स्पष्टीकरण देते हुए बताया कि कर्मचारी जो खुद को मेंटेनेस मैनेजर बता रहा है वो फर्म में एक जूनियर कर्मचारी है. कंपनी के कहा कि ये बयान एक जूनियर कर्मचारी दिया गया है जिसके पास कोई प्रोजेक्ट से जुड़ी कोई टेक्निकल समझ नही है. कंपनी ने बताया कि उसे नौकरी से निकाल दिया गया है.
कर्मचारी ने क्या कहा ?
India Today को कर्मचारी ने बताया कि सड़क में गड्ढा इसलिए हुआ क्योंकि वहां किसी चूहे या किसी छोटे जानवर ने गड्ढा कर दिया था, जिससे नीचे पानी भरता रहा. इस बीच, दौसा में एक्सप्रेसवे के परियोजना निदेशक बलवीर यादव के अनुसार, पानी के रिसाव के कारण सड़क धंस गई. यादव ने बताया कि जैसे ही ठेकेदार को मामले की जानकारी मिली, उसने तुरंत इलाके में बैरिकेडिंग कर दी और गड्ढे की मरम्मत कर दी गई.
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देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे
1,386 किलोमीटर लंबा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है, जिसे दोनों शहरों के बीच यात्रा के समय को 24 घंटे से घटाकर सिर्फ 12-13 घंटे करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह एक्सप्रेसवे हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों से होकर गुजरता है. 31 जुलाई तक, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राज्यसभा को सूचित किया कि परियोजना का 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है, और इसे पूरा होने में कम से कम एक साल और लगेगा.
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चूहों की वजह से धंसा Delhi-Mumbai हाईवे का कुछ हिस्सा, कर्मचारी की दलील पर अधिकारी ने सिखाया बड़ा सबक