डीएनए हिंदीः हर साल मई के पहले हफ्ते के मंगलवार को विश्व अस्थमा दिवस ( World Asthma Day) मनाया जाता है. इस साल यह दिन 3 मई यानी कल मनाया जाएगा. आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी और प्रदूषण (Pollution) जैसी समस्याओं ने अस्थमा के मरीजों की संख्या काफी बड़ा दी है. इसके बारे में लोगों को जागरुक बनाने के लिए यह दिन मनाया जाता है.
आमतौर पर बच्चों में अस्थमा के लक्ष्ण तब विकसित होते हैं जब मौसम में बदलाव होता है. रिपोर्टस की मानें तो मध्यम आयु वर्ग के कुल लोगों में 5 से 10 फीसदी लोगों को एलर्जी और अस्थमा होता है. वहीं युवाओं में यह अनुपात 8 से 15 प्रतिशत तक है. संतुलित जीवन ना जीना ही अस्थमा का मुख्य कारण माना जाता है. बच्चों से लेकर बड़ों तक आजकल सब एक जगह बैठकर ही समय बिताना पसंद करते हैं. यही कारण है कि आज अस्थमा को मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.
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अस्थमा से बचने की कुछ घरेलू उपचार विधियां
अस्थमा की समस्या से बचने के कुछ घरेलू उपचार भी होते हैं. इन उपचारों को अपनाकर आप खुद का ख्याल रख सकते हैं.
- 1 चम्मच अदरक का रस और 1 कप मेथी के काढ़े में थोड़ा सा शहद मिलाकर पीना अस्थमा के मरीजों के लिए बढ़िया घरेलू उपचार है.
- मेथी का काढ़ा बनाने के लिए आप एक चम्मच मेथी के दाने को 1 कप पानी में डालकर उबाल लें. हर रोज इस काढ़े का सेवन करने से भी लाभ मिलता है.
- कफ जमने से रोकने के लिए आप अंजीर का इस्तेमाल कर सकते हैं. अस्थमा का इलाज करने के लिए सूखी अंजीर पूरी रात भिगो दें और सुबह खाली पेट इसका सेवन करें. इससे कफ से तो राहत मिलती है साथ में संक्रमण फैलने का भी खतरा कम हो जाता है.
- हरी पत्तेदार सब्जियां भी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती हैं. आप अस्थमा में पालक और गाजर का जूस भी पी सकते हैं.
- इसके अलावा भी कुछ सावधानियां बरती जा सकती हैं जैसे घर से बाहर जाते वक्त मास्क लगाना आदि.
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