हममें से कुछ लोगों की आंखें बार-बार फड़कती हैं. कुछ लोग कहते हैं कि किस्मत चमकेगी इसलिए आंख फड़क रही है. कुछ इसका फड़कना सही नहीं मानते. ये तो बात ज्योतिष की हुई लेकिन सेहत को लेकर इसके फड़कने का मतलब क्या होता है? असल में आंख फड़कना एक समस्या का भी संकेत है.
मेडिकली आंख फड़कना हमारे शरीर में होने वाले कुछ बदलावों का संकेत देती है. इस लेख में हम इसके कारणों और बचाव के तरीकों पर चर्चा करेंगे.
आंख फड़कने का क्या कारण है?
इसका मुख्य कारण तनाव है. अपने दैनिक आहार में अधिक मात्रा में चाय कॉफी पीने की आदत और रात में नींद की कमी आंख फड़कने का मुख्य कारण है. साथ ही शराब पीना, तेज रोशनी, भारी शारीरिक काम, धूम्रपान, प्रदूषित हवा, बार-बार चक्कर आना, अधिक मात्रा में दवाइयां लेने से भी पलकें फड़कने की समस्या हो सकती है.
तो अगर आप ऊपर दी गई समस्याओं को अपनी आंख फड़कने से कोरिलेट कर पा रहे तो समस्या अनुसार उसका इलाज करें.
पलकें झपकाना खतरनाक नहीं है. अधिकांश समय में ये अपने आप ही रुक जाता है. हालांकि, हममें से कई लोगों के मन में यह सवाल होता है कि अगर आंख लंबे समय तक झपकती रहे तो क्या किया जा सकता है. इसे तुरंत रोकने के लिए क्या किया जा सकता है?
आंख फड़कना रोकने के लिए यह आज़माएं:
1-चाय या कॉफी जैसे कैफीनयुक्त पेय पदार्थ पीना और कैफीनयुक्त चॉकलेट खाना कम या पूरी तरह बंद किया जा सकता है. एक या दो सप्ताह के लिए कैफीन लेना बंद कर दें और देखें कि क्या आंखों का फड़कना कम हो जाता है.
2-कुछ लोगों में शराब पीना आंख फड़कने का एक प्रमुख कारण हो सकता है. इसलिए कभी-कभी सीमित मात्रा में ही पियें.
3-खासकर जब कई लोगों को ठीक से नींद नहीं मिलती है तो आंखें लगातार ज्यादा फड़कती रहती हैं. एक व्यक्ति को रात में सात से आठ घंटे की नींद लेनी चाहिए. और रात को अच्छी नींद आती है. गहरा दुख पाने के लिए बिस्तर पर जाने से पहले टीवी और मोबाइल फोन देखने से बचें.
4-दूसरा महत्वपूर्ण कारण यह है कि शरीर में पानी की कमी होने पर भी यह आंख फड़कती रहती है. इसलिए रोजाना उतना ही पानी पिएं जितना आपके शरीर को चाहिए.
5-डॉक्टरों का कहना है कि हमारे शरीर में मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों की कमी भी आंख फड़कने का कारण बन सकती है. आप बादाम, अंजीर, पालक, एवोकैडो, आलू और दूध जैसे मैग्नीशियम से भरपूर खाद्य पदार्थ खा सकते हैं.
6-आंखों की इस फड़कन को तुरंत रोकने के लिए हाथ की मध्यमा उंगली को पलकों पर रखें और कम से कम आधे मिनट तक गोलाकार गति में उंगली से धीरे-धीरे मालिश करें. इससे पलकों में रक्त प्रवाह उत्तेजित होगा और आंख की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद मिलेगी.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
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बार-बार आंख फड़कना क्या देता है संकेत? इसे कैसे रोकें?