डीएनए हिंदी: (Patua Saag Control Uric Acid) जोड़ों में दर्द और सूजन हो रही है तो यूरिक एसिड इसकी वजह हो सकता है. यूरिक एसिड के हाई होते ही जोड़ों में दर्द, सूजन, गाउट, गठिया और किडनी में पथरी जैसी समस्याएं हो जाती है. इसका हाई लेवल उठने बैठना मुश्किल कर देता है. ऐसे में यूरिक एसिड को खानपान में बदलाव के बाद कंट्रोल किया जा सकता है. यूरिक एसिड गर्मियों में तेजी से बढ़ता है. इसकी वजह कुछ ड्रिंक्स और खानपान से प्यूरीन का बनना है. यह यूरिक एसिड को ट्रिगर कर देता है. इसी से गाउट और गठिया का दर्द असहनीय बन जाता है. हालांकि इसे नेचुरल रूप से भी कंट्रोल किया जा सकता है. इसमें हरा साग काफी फायदेमंद माना जाता है. अगर आप भी हाई यूरिक एसिड से परेशान हैं तो गर्मियों में के इस सीजन में साग का सेवन शुरू कर दें. यह हरा साग पालक का नहीं बल्कि पटुआ का है.
भारत में पटुआ बिहार, बंगाल समेत पहाड़ी इलाकों में भरपूर मात्रा में पाया जाता है. यह पेट से जुड़ी कई गंभीर बीमारियों को दूर करने के साथ ही यूरिक एसिड को कम कर गाउट और गठिया की समस्या का हल्का कर देता है. इसके नियमित सेवन से जोड़ों में दर्द और सूजन में भी आराम मिलता है. पटुआ में मौजूद पोषक तत्व मेटाबॉलिज्म को तेज कर प्रोटीन को पचाने में मदद करते हैं. इसके साथ ही शरीर में मौजूद प्यूरीन को फ्लश आउट करने में मदद करते हैं.
पटुआ ऐसे कंट्रोल करता है यूरिक एसिड
यूरिक एसिड मरीजों को पटुआ का साग डाइट में शामिल करना बेहद फायदेमंद हो सकता है. इसकी वजह पटुआ में मौजूद पोषक तत्व नेचुरल तरीके से यूरिक एसिड के क्रिस्टल्स को पिघलाकर जोड़ों से निकाल देते हैं. यह आपके प्रोटीन मेटाबॉलिज्म को तेज करती हैं और प्यूरीन को पचाने में मदद करती है. इसकी वजह से ही शरीर में यूरिक एसिड जमा नहीं हो पाता. यही वजह है कि आयुर्वेद में यूरिक एसिड मरीजों के लिए पटुआ का साग रामबाण बताया गया है. यह यूरिक एसिड को कंट्रोल कर जोड़ों केे दर्द और सूजन को कम कर देता है.
बेली फैट से हैं परेशान तो इन 5 बातों का रखें ध्यान, बिना मेहनत के मोम की तरह पिघल जाएगी चर्बी
यूरिक एसिड कम करने के आजमाएं ये तरीके
यूरिक एसिड हाई होने का मुख्य कारण प्यूरीन युक्त भोजन का ज्यादा सेवन और वर्कआउट न करना है है. इसकी वजह यूरिक एसिड ट्रिगर हो जाता है. इसे बचने के लिए प्यूरीन रिच फूड्स का सेवन कम से कम करें. इनमें दाल, रेड मीट, बीयर, पनीर समेत दूसरे डेयरी प्रॉडक्ट शामिल है. वहीं अगर आप मीठा खाने के शौकीन हैं तो इसे भी छोड़ दें, इसकी वजह ज्यादा मीठा भी यूरिक एसिड को बढ़ा सकता है. इसे बचने के लिए दिन में कम से 12 गिलास या इससे ज्यादा पानी पीएं. यह यूरिक एसिड को फ्लश आउट करने में मदद करता है. किडनी को डिटॉक्स कर उसकी फिल्टर पावर को बढ़ाता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
गर्मियों में ये हरा साग खून से छानकर बाहर कर देगा यूरिक एसिड, गाउट और गठिया के दर्द से मिलेगी राहत