डीएनए हिंदी: एचआईवी एक गंभीर जानलेवा बीमारी है और ये यौन जनित बीमारी है. एक से दूसरे में ये तक कई तरह से जा सकती हैं. केवल सेक्स करने से ही ये नहीं फैलता. असुरक्षित यौन संबंध बनाने और एक से अधिक पार्टनर वालों को खतरा ज्यादा होता है. एचआईवी संक्रमण ही आगे जाकर एड्स में तब्दील होता है, लेकिन अगर सावधानी बरती जाए तो एचआईवी को एड्स बनने से रोका जा सकता है.
हालांकि, सूझबूझ और सुरक्षित संबंध के जरिये इस बीमारी को होने से रोका जा सकता है लेकिन लोगों में जागरुता की कमी के कारण ये बीमारी थम नहीं रही है. तो चलिए आपको आज वर्ल्ड एड्स डे पर इस बीमारी से जुड़ी जानकारी और मिथ्स के बारे में बताएं.
मिथ: एचआईवी संक्रमित के साथ रहने से एड्स हो सकता है
यह निराधार बातें हैं. एचआईवी के मरीज के साथ रहने छूने, उसके कपड़े इस्तमाल करने, हाथ मिलाने, गले लगने आदि से यह नहीं फैलता. यहां तक की आप उसके साथ खाना भी खाएं तो ये बीमारी नहीं फैलेगी. यही नहीं, मरीज के लार सीने, थूक और पेशाब के ज़रिए से भी ये नहीं फैलता.
यह भी पढ़ें: नेचुरल वियाग्रा की तरह काम करता है चने का सूप, लिबिडो बढ़ाने के लिए खाएं ये चीजें
मिथ: एचआईवी कैसे फैल सकता है
एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के शरीर में मौजूद तरल पदार्थ यानी ख़ून, वीर्य,जनानांगों के तरल पदार्थ फ़ैल सकता है.
मिथ: जिन्हें एचआईवी होता है वो कम उम्र में मर जाते हैं
जो लोग पहले से अपने संक्रमण के बारे में जानते हैं और अपना उपचार ठीक से कराते हैं वो बेहतर ज़िंदगी जीते हैं.
मिथ: एचआईवी संक्रमित मां से उसके बच्चों को एड्स मिलता है
ऐसा हो ये ज़रूरी नहीं. जिन मांओ में वायरस दबा हुआ होता है यानी जिसका सही उपचार चलता है वो बिना संक्रमण के ख़तरे के बच्चे को जन्म दे सकती हैं.
मिथ: वर्जिन से सेक्स करने पर एचवाईवी नहीं होता
बिलकुल गलत है ये बात. वैकल्पिक चिकित्सा, यौन संबंध बनाने के बाद नहाने या किसी कुंवारे व्यक्ति यानी वर्जिन के साथ सेक्स करने से भी एचआईवी हो सकता है. वर्जिन के साथ संबंध बनाने' की दलील अफ़्रीका के कुछ इलाक़ों, भारत और थाईलैंड के कुछ जगहों में दी जाती है लेकिन ये बेहद गलत और भ्रामक है. इससे भी बीमारी का खतरा रहता है.
यह भी पढ़ें: सेक्स से परहेज करने की आदत आपको इन गंभीर समस्याओं का बना सकती है शिकार
मिथ: मच्छर के काटने से फ़ैलता है एचआईवी
इस बात से इनकार नहीं है कि एचआईवी वायरस ख़ून से फ़ैलता है लेकिन मच्छर या ख़ून चूसने वाले कीड़ों के काटने से एचआईवी नहीं फ़ैलता. क्योंकि ये चूसे खून को दूसरे के शरीर में इन्जेक्ट नहीं करते.
मिथ: ओरल सेक्स करने से एचआईवी नहीं हो सकता
ये बात सच है कि दूसरी तरह के सेक्स की तुलना में ओरल सेक्स में एचआईवी संक्रमण का कम जोखिम रहता है. संक्रमण की बात की जाए तो दस हज़ार मामलों में इसकी संभावना चार होती है. लेकिन किसी एचआईवी पॉज़िटिव पुरुष या महिला के साथ संबंध बनाने से एचआईवी का संक्रमण हो सकता है. इस कारण डॉक्टर सेक्स के दौरान कॉडोम इस्तेमाल करने की राय देते हैं.
मिथ: कॉन्डम इस्तेमाल एचआईवी रोक सकता है
सेक्स के दौरान कॉन्डम खिसकने, फटने या लीक होने से एचआईवी का ख़तरा हो सकता है.
मिथ: कोई लक्षण नहीं दिख रहे, मैं एचआईवी पॉज़िटिव नहीं हो सकता
कोई व्यक्ति एचआईवी वायरस के साथ 10 या 15 साल तक जीवित रह सकता है और ये संभव है कि इस दौरान किसी तरह के लक्षण भी ना दिखाई दें.संक्रमण के शुरुआती कुछ सप्ताह में केवल बुखार, सिरदर्द, गले में खुजली, सूखा गला जैसे लक्षण दिख सकते हैं. बाद में दूसरे लक्षण देख सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि धीरे-धीरे संक्रमण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमज़ोर कर देता है.इसके बाद लसीका ग्रंथियों में सूजन, शरीर का वजन घटना, बुखार, दस्त और खांसी हो सकती है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर
- Log in to post comments
वर्जिन से सेक्स करने से नहीं फैलता एड्स ?…जानें कुछ ऐसे ही सवालों के पीछे की सच्चाई