भाजपा के दिग्गज नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी (Sushil Kumar Modi) ने एक्स हैंडल पर एक बड़ा खुलासा किया है, उन्होंने अपनी चुनावी राजनीति से विदाई का कारण बताते हुए अपने एक्स हैंडल पर लिखा है कि 'मैं पिछले छह महिने से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूं'. सूत्रों के मुताबिक सुशील मोदी लंबे समय से गले के कैंसर (Throat Cancer) से जूझ रहे हैं.
हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि ये कैंसर गले या टॉन्सिल में विकसित होता है और यह कई (Types Of Throat Cancer) प्रकार का होता है और इस कैंसर की बीमारी के लक्षणों कोअगर सही समय पर पहचान कर इसका इलाज शुरू कर दिया जाए तो इस बीमारी को 100 फीसदी तक ठीक किया जा सकता है...
पिछले 6 माह से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूँ । अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है । लोक सभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊँगा ।
— Sushil Kumar Modi (मोदी का परिवार ) (@SushilModi) April 3, 2024
PM को सब कुछ बता दिया है ।
देश, बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित |
कितनी तरह का होता है गले का कैंसर
मायो क्लिनिक के मुताबिक गले में 6 प्रकार का कैंसर होता है, आइए जानते हैं इनके बारे में...
नेजोफारिंजल कैंसर: यह कैंसर नाक के ठीक पीछे से शुरू होता है और धीरे- धीरे बढ़ता जाता है.
ओरोफायरिंजल कैंसर: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक टॉन्सिल में कैंसर भी इसी का हिस्सा है और यह मुंह के ठीक पीछे से शुरू होता है.
हाइपोफायरिंजल कैंसर: यह कैंसर गले के निचले हिस्से में होता है जो फूड पाइप यानी एसोफेगस के उपर होता है.
ग्लॉटिक कैंसर: यह कैंसर वोकल कॉर्ड से शुरू होता है.
सुपरग्लोटिक कैंसर: यह कैंसर स्वरयंत्र के उपरी भाग से शुरू होता है और इसके कारण मरीज को खाने-पीने तक में कठिनाइयां महसूस होती है.
सबग्लोटिक कैंसर: यह कैंसर में स्वरयंत्र के नीचे से शुरू होता है और अगर समय पर इसकी पहचान कर इलाज शुरू न किया जाए तो यह समस्या और भी ज्यादा बढ़ सकती है.
ये लक्षण हो सकते हैं गले में कैंसर के संकेत
- गले में लंबे समय तक कुछ फंसा हुआ महसूस होना या खाने-पीने की चीज निगलने में तकलीफ होना गले के कैंसर का संकेत हो सकता है.
- इसके अलावा सांस लेने में लगातार तकलीफ होना कैंसर की बीमारी के लक्षण हैं, ऐसे में इस लक्षण को हल्के में लेने की गलती न करें.
- हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक बिना किसी कारण के गले से ब्लीडिंग होना भी गले के कैंसर के लक्षण हो सकता है
- गाल के अंदर के हिस्से में सफेद और लाल पैच दिखना कैंसर का संकेत हो सकता है. साथ ही कान में लगातार दर्द होना भी गले के कैंसर का संकेत हो सकते हैं.
- हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक मुंह का कैंसर दांत और मसूड़ों में कहीं भी शुरू हो सकता है, ऐसे में तुरंत डॉक्टर को दिखाना जरूरी है.
- इसके अलावा गले में लंबे समय तक कफ का भरा होना और आवाज में बदलाव होना भी गले के कैंसर का संकेत हो सकता है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि किसी भी तरह का कैंसर होने पर सबसे पहले वजन कम होने लगता है, ऐसे में अचानक वजन कम होने लगे तो इसे हल्के में न लें.
Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
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6 महीने से इस कैंसर से जूझ रहे हैं BJP नेता Sushil Modi, जानें क्या हैं इसके लक्षण