डीएनए हिंदीः हाई यूरिक एसिड का स्तर एक बढ़ती हुई स्वास्थ्य चिंता है. ये शरीर का एक ऐसा अपशिष्ट उत्पाद यानी गंदा पानी होता है जो एसिडिक होता है और हाई प्यूरीन डाइट के कारण होता है. जब ये शरीर में ज्यादा होता है तो किडनी इसे छान नहीं पाती है और ब्लड के जरिए ये जोड़ों के गैप में जमा होती जाती है.
आयुर्वेद के अनुसार हाई यूरिक एसिड स्तर के लिए गिलोय की पत्तियां और तना बेस्ट रेमेडी है. यूरिक एसिड के अधिक होने के कई कारण होते हैं इसमें-
स्लो मेटाबॉलिज्म (आंत की खराबी)
शारीरिक गतिविधि की कमी
अधिक प्रोटीन और वसा का सेवन
रात में भारी खाना खाना
सोने और खाने के समय में कोई नियमितता नहीं होना
पानी का कम सेवन
किडनी का सही काम न करना
ज्यादा नॉनवेज खाना
गिलोय से दूर होगा हाई यूरिक एसिड
जर्नल ऑफ फार्माकोग्नॉसी एंड फाइटोकेमिस्ट्री की 2017 की रिपोर्ट के मुताबिक गिलोय के तने से निकला रस गाउट के इलाज के लिए काफी फायदेमंद है क्योंकि यह शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड के स्तर को बेअसर करने में मदद करता है.
ऐसे करें गिलोय का इस्तेमाल
गिलोय के पौधे की ताजी पत्तियां और तना लें. इन्हें रात भर भिगो दें. सुबह इन्हें पीसकर 1 गिलास पानी में आधा होने तक उबालें. फिर छान कर पी लें. सुबह बासी मुंह इसे पीना सबसे कारगार माना जाता है.
आप इसे अन्य रूपों में भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे जूस, पाउडर या टैबलेट.
हाई यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के अन्य सुझाव:
1. प्रतिदिन व्यायाम करें (45 मिनट)
2. दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
3. रात के खाने में दाल/बीन्स और गेहूं का सेवन न करें
4. जल्दी और हल्का डिनर करने की कोशिश करें (रात 8 बजे से पहले)
5. खट्टे फल जैसे आंवला, जामुन आदि का सेवन करें.
6. मेटाबॉलिज्म पर काम करें
7. अपने तनाव को प्रबंधित करें क्योंकि हाई तनाव का स्तर चयापचय को कम करता है
8. हर रात अच्छी नींद लें. बेहतर नींद आपके पाचन और आत्मसात को बेहतर बनाने में मदद करती है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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