डीएनए हिंदी: जब स्किन की कोशिकाएं (Skin Cells) असामान्य रूप से बढ़ने लगे तो उसे स्किन कैंसर (Skin Cancer) कहते हैं. स्किन कैंसर (Skin Cancer Symptoms) ज्यादातर बहुत ही आम से लक्षणों से शुरू होता है और फिर बढ़ता जाता है, जैसे स्किन पर कोई तिल, पिगमेंट, पिंपल या फिर कोई मुंहासे से. आईए जानते हैं स्किन कैंसर (Skin Cancer Causes, Treatment) के सबसे अहम लक्षण क्या है, किस एक लक्षण से ही पता चल जाता है कि आपको कैंसर हो रहा है या नहीं, क्या है इसका इलाज
स्किन कैंसर फाउंडेशन (Skin Cancer Foundation) यूएस के मुताबिक अगर यह कैंसर जल्दी ही पकड़ में आ जाता है तो बचने की उम्मीद 99 फीसदी बढ़ जाती है. स्किन कैंसर का एक आम लक्षण है जिसे हम सबसे ज्यादा नजरअंदाज करते हैं और वही स्किन कैंसर का कारण बन जाता है, आप इस लक्षण को घर पर भी चेक कर सकते हैं, स्किन पर तिल (Moles in Skin) का दिखाई देना, पिंपल बढ़ते जाना, मसों का बढ़ना, हथेली, पैर के नीचे के तिल के आकार का बढ़ जाने इसका खतरा बन सकता है. हमें लगता है कि इन जगहों पर तिल, पिंपल या फिर कोई दाग होना आम बात है लेकिन ये बाद में खतरनाक साबित होते हैं. त्वचा पर अगर सूरज की यूवी रेज पड़े तो वह काफी खतरनाक हो सकता है.
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कैंसर कितने प्रकार के होते हैं (Types of Skin Cancer)
त्वचा में कई परतें होती हैंसलेकिन दो मुख्य परतें एपिडर्मिस (ऊपरी या बाहरी परत) और डर्मिस (निचली या भीतरी परत) होती हैं. त्वचा का कैंसर 'एपिडर्मिस' में शुरू होता है मतलब बाहरी परत से शुरू होता है औऱ फिर अंदर ही अंदर कोशिकाएं में चला जाता है.
स्क्वैमस कोशिकाएं: पतली, फ्लैट कोशिकाएं जो एपिडर्मिस की ऊपरी परत बनाती हैं.
बेसल कोशिकाएं: स्क्वैमस कोशिकाओं के नीचे गोल कोशिकाएं होती है
मेलानोसाइट्स: ये कोशिकाएं मेलेनिन बनाती हैं और एपिडर्मिस के निचले हिस्से में पाई जाती हैं. मेलेनिन वह पिग्मेंट है जो त्वचा को उसका प्राकृतिक रंग देता है, जब त्वचा सूरज के संपर्क में आती है तो मेलानोसाइट्स ज्यादा पिग्मेंट बनाते हैं और त्वचा को डार्क (काला) कर देते हैं.स्किन कैंसर बेसल कोशिकाओं या स्क्वैमस कोशिकाओं में बनता है और मेलेनोमा एक अन्य प्रकार का आम कैंसर है लेकिन सबसे अधिक खतरनाक है
स्किन कैंसर का लक्षण (Symptoms of Skin Cancer)
- सभी स्किन कैंसर एक जैसे नहीं होते, पिग्मेंट से शुरू होने वाले लक्षण आगे चलकर कैंसर का रूप ले लेते हैं
- त्वचा पर तिल का आकार या संख्या का अचानक बढ़ना
- भूरे या लाल रंग का घाव होना और लम्बे वक़्त तक ठीक ना होना
- त्वचा पर घाव का पपड़ी का परत उतरना
- बेसल सेल कार्सिनोमा स्किन कैंसर मे त्वचा में बदलाव होता है, जैसे कि वृद्धि या घाव जो ठीक नहीं होगा
- आंखों के आसपास अक्सर जलन महसूस होना
- सपाट, पपड़ीदार, लाल रंग का पैच पीठ या छाती पर होता है. समय के साथ,ये पैच काफी बड़े हो सकते हैं
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स्किन कैंसर के मोल्स या तिल की कैसे जांच करें (How to test Moles in Skin)
ए - ए मतलब अस्य्म्मेट्री, अगर आपका तिल स्य्म्मेट्री नहीं है, इसका मतलब है कि यह दोनों तरफ एक जैसा नहीं है. अगर मोल्स आधे में मुड़ा हुआ हो और दोनों तरफ एक जैसा ना हो
बी -बी मतलब बॉर्डर, यानी तिल का बॉर्डर (किनारा) धुंधला या दांतेदार होते है.
सी -सी मतलब कलर, तिल के रंग में बदलाव काला पड़ना, रंग का गिरना, फैला हुआ रंग या कई रंग भी हो सकता है जैसे भूरा या लाल
डी -डी मतलब डायमीटर, अगर तील या मोल्स डायमीटर में ¼ इंच से ज्यादा है
ई -ई मतलब ईवोल्विंग,कोई तिल अलग दिखता है,आकार या रंग में बदल रहा है
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इलाज या बचाव के तरीके (Treatment of Skin Cancer)
त्वचा के कैंसर से खुद को बचाने का एक तरीका यह है कि आप अपनी त्वचा को सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणों से बचा लें, सनबर्न से बचना विशेष रूप से जरूरी हw क्योंकि इससे मेलेनोमा का खतरा बढ़ जाता है.
ऐसा करने के अच्छे तरीके हैं सनस्क्रीन का उपयोग करना और सुरक्षात्मक कपड़े पहनना, जो आपके सर को भी ढक सके.
अगर त्वचा से कुछ भी असमान्य महसूस कर रहे तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें.
महिलाएं अपने पैर पर असामान्य दाग या घाव पर ध्यान रखे क्योकिं महिलयो मे पैर से स्किन कैंसर की शुरुआत हो सकती है
बेसल सेल कार्सिनोमा, स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा और एक्टिनिक केराटोसिस वाले रोगियों के लिए विभिन्न प्रकार के इलाज हैं-आठ प्रकार के मानक उपचार का उपयोग किया जाता है
सर्जरी- सर्जरी एक या अधिक सर्जिकल प्रक्रियाओं का उपयोग बेसल सेल कार्सिनोमा, त्वचा के स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा, या एक्टिनिक केराटोसिस के इलाज के लिए किया जा सकता है
रेडिएशन थैरेपी- रेडिएशन थैरेपी एक कैंसर उपचार है जो कैंसर कोशिकाओं को मारने या उन्हें बढ़ने से रोकने के लिए उच्च-ऊर्जा एक्स-रे या अन्य प्रकार के रेडिएशन का उपयोग करता है. बाहरी रेडिएशन थैरेपी शरीर के बाहर एक मशीन का उपयोग करती है जो कैंसर वाले जगह पर रेडिएशन भेजती है
केमोथैरेपी का इस्तेमाल भी किया जाता है.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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Skin Cancer: अगर त्वचा में बढ़ रहा है तिल का आकार तो हो जाएं सावधान, घर पर ही चेक करें कैंसर है या नहीं