किसी भी तरह का दर्द होते ही अगर आप केमिस्ट से दर्द निवारक दवा ले कर खा रहे हैं तो आपके लिए ये खबर बहुत जरूरी और डराने वाली भी है. दर्द निवारक दवाएं शरीर में दर्द, बुखार और सूजन को अस्थायी रूप से कम करती हैं. इन दवाओं से निश्चित रूप से फर्क पड़ता है. लेकिन जब इन दवाओं की मात्रा अधिक हो जाती है तो यह स्वास्थ्य पर बुरा असर दिखाना शुरू कर देती है. इस बीच एम्स ने एक चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में 7 प्रतिशत लोग दर्द निवारक दवाओं के कारण किडनी फेलियर का शिकार होते हैं.
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स ने एक रिपोर्ट में कहा है कि दर्दनिवारक दवाएं अगर कभी-कभार ली जाएं तो सेहत पर कोई असर नहीं पड़ता है. लेकिन अगर इसकी मात्रा बढ़ जाए तो यह निश्चित रूप से क्षय को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है. उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों जैसे बुजुर्गों, मधुमेह रोगियों और उच्च रक्तचाप के रोगियों में जोखिम अधिक होता है. कभी-कभार दर्द निवारक दवाओं का सेवन उनकी किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है.
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दर्द और सूजन को कम करने के लिए दर्दनिवारक दवाएं अक्सर बिना प्रिस्क्रिप्शन के बेची जाती हैं. इनमें इबुप्रोफेन, डाइक्लोफेनाक, नेप्रोक्सन जैसी गैर-स्टेरायडल विरोधी भड़काऊ दवाएं शामिल हैं. एस्पिरिन, एसिटामिनोफेन और कैफीन के साथ संयोजन दवाएं भी आसानी से उपलब्ध हैं. परिणामस्वरूप, ये दवाएं सिरदर्द और पीठ दर्द के लिए ली जाती हैं. दर्द निवारक दवाएं कई तरह से किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं.
दर्द निवारक दवाओं से होने वाला नुकसान
दर्द निवारक दवाएं शरीर में पोटेशियम के स्तर को बढ़ा सकती हैं. अधिकांश मरीज़ गुर्दे की बीमारी के प्रारंभिक चरण में लक्षणहीन रहते हैं, और बढ़ा हुआ क्रिएटिनिन एक आकस्मिक खोज है. इसमें सांस लेने में कठिनाई, उल्टी, भूख न लगना और पूरे शरीर में सूजन शामिल हो सकती है.
किडनी को स्वस्थ रखने के उपाय
हर्बल सप्लीमेंट कम करें
विटामिन सप्लीमेंट या हर्बल सप्लीमेंट लेने से गुर्दे की पथरी हो सकती है. इसलिए इन चीजों का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें...
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एक्सरसाइज
अगर आप नियमित रूप से फिजिकल एक्टिविटी करते हैं तो आपका वजन भी नियंत्रण में रहेगा और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी नहीं होगी.
स्वस्थ आहार लें
उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग जैसी बीमारियों के कारण किडनी की बीमारियाँ होती हैं. इसलिए स्वस्थ आहार खाना बहुत महत्वपूर्ण है.
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(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
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दर्द निवारक दवाओं से भारत में 7% लोगों की किडनी फेल हो जाती है, एम्स की रिपोर्ट चौंकाने वाली है