आजकल लोग कम उम्र में ही हाई यूरिक एसिड की समस्या से जूझ रहे हैं. जब जोड़ों में यूरिक एसिड क्रिस्टल बनने लगते हैं तो गाउट की समस्या भी सामने आने लगती है. सर्दियों में ये समस्या बढ़ जाती है. इससे हड्डियों में गैप बन जाता है, जिससे चलना और यहां तक कि बैठना भी मुश्किल हो जाता है. इतना ही नहीं, यह किडनी में पथरी और कई अन्य समस्याओं का कारण भी बनता है और किडनी की फिल्टर पावर कम होने लगती है.
यूरिक एसिड का घरेलू इलाज में कारगर है कच्ची हल्दी
यूरिक एसिड के लिए कई चिकित्सीय दवाएं और उपचार हैं, लेकिन घरेलू उपचार के रूप में आप कच्ची हल्दी की मदद से यूरिक एसिड को नियंत्रित कर सकते हैं. लेकिन इसका असर व्यक्ति की शारीरिक स्थिति और उसके सेवन के तरीके पर भी निर्भर करता है. कच्ची हल्दी का पानी किडनी के मरीजों के लिए भी सही माना जाता है.
कच्ची हल्दी का पानी पीने के फायदे
कच्ची हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो कई समस्याओं को ठीक करने में सक्षम हैं. यह समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और हल्दी हृदय स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद मानी जाती है. यह रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने और धमनियों में जमा वसा को कम करने में मदद करता है. हल्दी का सेवन पाचन प्रक्रिया को उत्तेजित करता है, जिससे शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं.
बॉडी डिटॉक्स
हल्दी वाला पानी पीने से प्यूरीन को पचाने में मदद मिलती है. यह एक डिटॉक्सिफाइंग एजेंट है, जो शरीर में जमा गंदगी के साथ-साथ प्यूरीन को भी घोलता है और हड्डियों में जमे प्यूरीन घटकों को बाहर निकालने में मदद करता है. इसके सेवन से शरीर में ऑक्सालेट पथरी के रूप में जमा नहीं हो पाता है, जिससे गठिया की समस्या से बचाव होता है. कच्ची हल्दी वाला पानी पीने से शरीर डिटॉक्सीफाई होता है.
हल्दी वाला पानी कब और कैसे पीएं?
अगर यूरिक एसिड का लेवल बढ़ा हुआ है तो आपको सुबह खाली पेट हल्दी वाला पानी पीना चाहिए. इसके लिए कच्ची हल्दी को पीस लें या एक चम्मच हल्दी को एक गिलास पानी में उबालें और जब पानी गाढ़ा होने लगे तो इसे उतारकर छान लें और इसमें थोड़ा नमक और नींबू का रस मिलाकर पी लें. इसे आप हफ्ते में दो से तीन बार पी सकते हैं. यह ड्रिंक आपको कई छोटी-मोटी समस्याओं से बचाने में मदद कर सकती है.
सूजन दूर हो जाएगी
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर हल्दी वाला पानी पीने से जोड़ों के दर्द और सूजन से राहत मिलती है. इस ड्रिंक को पीने के साथ-साथ आप दर्द वाली जगह पर हल्दी का पेस्ट भी लगा सकते हैं. हल्दी आपको दोनों तरफ से राहत दिलाने में मदद करेगी.
क्या खाना चाहिए?
यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिन्हें आप अपने आहार में शामिल कर सकते हैं, जिनमें से कुछ सब्जियां और फल हैं. यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने के लिए अपने आहार में विटामिन सी से भरपूर संतरे को शामिल करें. इसके अलावा सर्दियों में ज्यादातर पाए जाने वाले पपीता, केला और बथुए को भी डाइट में शामिल करें. इन सभी चीजों का सेवन करने से शरीर स्वस्थ रहता है और आपका यूरिक एसिड कंट्रोल में रहता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर्स से संपर्क करें.)
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