डीएनए हिंदी: (Low Blood Potassium Signs And Symptoms) शरीर को सेहतमंद बनाए रखने के लिए कई तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है. इनमें विटामिन से लेकर प्रोटीन और मिनिरल्स शामिल हैं. इन सभी पोषक तत्वों की सही मात्रा ही शरीर के लिए लाभदायक होती है. ज्यादा या कम मात्रा सेहत को बिगाड़ देती है. पोटैशियम ऐसा ही एक मिनरल है. इसकी शरीर को बहुत ज्यादा जरूरत होती है. पाचन तंत्र से लेकर शरीर में फैली नसों को यह बूस्ट करता है. यह एक इलेक्ट्रिक कड़ी का काम करता है. इसकी शरीर में सही मात्रा इलेक्ट्रोलाइट बनने में मदद करती है, लेकिन कमी होते ही शरीर के एक एक अंग में कमजोरी भर जाती है. दिल बीमारियों से घिर जाता है. वही पाचन तंत्र भी बिगड़ जाता है. आइए जानते हैं कि शरीर में पोटैशियम का काम. कमी की वजह और शरीर पर पड़ने वाले असर...
दिमाग से निकलने वाले सिग्नल को सही जगह पहुंचाता है पोटैशियम
दरअसल हमारे दिमाग से सिग्नल निकलने के बाद ही शरीर में काम करता है. इतना ही नहीं हमें गर्म से लेकर ठंडा या फिर किसी का टच होना भी दिमाग से कनेक्ट करती है. इसी के बाद हमें वह क्रिया महसूस होती है. पोटैशियम इसी फंक्शन को सक्रिय रखने में अहम योगदान करता है. इसकी सही मात्रा से इलेक्ट्रिकल चार्ज कई और कोशिकाओं औश्र न नर्व को सही रखता है, लेकिन लगातार प्रोसेस्टड फूड के ज्यादा सेवन और लाइफस्टाइल में वर्कआउट की कमी से इसकी मात्रा धीरे धीरे कम होने लगती है, जिसे नसें कमजोर होने लगती है. शरीर में थकाम, कमजोरी, खराब पाचन तंत्र और दिल भी बीमार हो जाता है. आइए जानते हैं इसकी कमी से होने वाले नुकसान.
शरीर में भर जाती है कमजोरी
पोटैशियम की कमी के चलते नर्व फंक्शन गड़बड़ा जाता है. शरीर में बहुत ज्यादा कमजोरी और थकान रहने लगती है. पोटैशियम मसल्स को संकुचन में मदद करता है, लेकिन इसकी कमी के चलते जैसे ही संकुचन प्रभावित होता है. हमारी मसल्स कमजोर होने लगती हैं. इसे कमजोरी बढ़ जाती है.
मसल्स में आने लगता है क्रैंप
पोटैशियम की कमी की वजह से मसल्स में कमजोरी भर जाती है. इस वजह से क्रैंप आने लगते हैं. यह आपको सोते उठते किसी भी समय आ सकते हैं. ऐसी स्थिति में बहुत भयंकर दर्द होता है.
हाथ पैर में होने लगती है झुनझुनाहट
अगर आपके हाथ पैरों में भी झुनझुनाहट या सुन्नपन रहता है तो इसकी वजह पोटैशियम की कमी हो सकती है. पोटैशियम की कमी से नसों में तरल पदार्थों का संतुलन बिगड़ जाता है. इसे नसें कमजोर हो जाती है. साथ ही दिमाग को सिग्नल तक नहीं भेज पाती. इसी की वजह से हाथ पैरों में झुनझुनाहट और सुन्नपन रहने लगता है.
दिल को कर देता है बीमार
पोटैशियम दिल को हेल्दी रखने में बहुत ही बड़ी भूमिका निभाता है. यह मसल्स को हेल्दी रखता है. इसकी कमी होने पर कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का खतरा बढ़ जाता है. इसकी वजह से ब्लड प्रेशर हाई होने लगता है. वैसल्स तन जाती है. इसे हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है.
बिगड़ जाता है पाचन तंत्र
पोटैशियम की कमी का असर पाचन तंत्र पर भी पड़ता है. इसकी वजह आंत की लाइनिंग का सीधा संबंध दिमाग से होना है. दिमाग एक्टिव होते ही लाइनिंग नर्व की एक्टिविटी को नोट कर सिग्नल देता है. इसे खाने का पचना शुरू हो जाता है, लेकिन पोटैशियम के चलते यह नर्व कमजोर पड़ जाती हैं. ऐसी स्थिति में डाइजेस्टिव सिस्टम के आसपास मसल्स का संकुचन होता है. दिमाग का सही रूप से सिग्नल न पहुंच पाने की वजह से पाचन क्रिया सही से काम नहीं कर पाती.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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दिल को बीमार कर देती है इस विटामिन की कमी, शरीर का एक-एक अंग हो जाता है कमजोर