डीएनए हिंदी: मौसम में बदलाव के साथ ही वायरल फीवर का कहर बरपना शुरू हो जाता है. हर साल की तरह इस साल भी वायरल फीवर के मरीजों की अस्पतालों में कतार लगी हुई है. बुखार में आराम मिलने के बाद कफ वाली सूखी खांसी और भी ज्यादा तकलीफ देती है. इसकी वजह से सीने में भारीपन, दर्द और खिचाव सा महसूस होता है. यह खांसी उठने बैठने से लेकर सोते समय भी परेशान करती है. इस खांसी के उठते ही सिर में दर्द, आंखों में आसून और जलन सी होने लगती है. इसे छाती में भी गर्माहट सी लगती है. एक्सपर्ट्स की मानें तो वायरल फीवर ठीक होने के बाद आने वाली यह सूखी खांसी नॉर्मल है, लेकिन कई बार यह घातक रूप भी ले लेती है. 

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इतने समय तक खांसी रुकने पर हो जाए सतर्क

डॉक्टर्स की मानें तो वायरल इंफेक्शन के बाद बुखार ठीक हो चुका और सूखी खांसी आ रही है तो परेशान न हो. यह बहुत ही कॉमन है. यह कुछ ही दिनों अपने आप ठीक भी हो जाती, लेकिन इसमें थोड़ी सी लापरवाही इस खांसी को लंबे समय तक ले जा सकती है. इसके चलते यह खांसी और कफ आपको 3 से 8 हफ्ते यानी ढ़ाई महीने तक परेशान कर सकता है. ऐसे में भूलकर भी कोई गलत ख्याल न लेकर आए. इसकी जांच जरूर करा लें. हालांकि यह खांसी वायरल फीवर के विटामिन डी और बी 12 की कमी से जल्द ही रिकवरी न होने की वजह खांसी की दिक्कत हो जाती है, जो समय के साथ ठीक हो जाती है. 

लापरवाही पड़ सकती है भारी

वायरल फीवर के बाद होने वाली सूखी खांसी बहत ज्यादा दर्द भरी होती है. इसमें मरीज को अलर्ट रहना बेहद जरूरी हे. ऐसा करने और लापरवाही बरतने पर यह खांसी फेफड़ों में इंफ्लेमेशन बढ़ा सकती है. यह खांसी के साथ बढ़ती चली जाती है. अगर यह खांसी लंबे समय तक रहती है तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं. इसकी वजह खांसी का शरीर के दूसरे अंगों को भी प्रभावित करना है. इसे बचने के लिए कुछ देसी उपाय भी अपना सकते  हैं. इन्हें अपनाने से जल्द ही इस सूखी खांसी से राहत मिल सकती है. 

अदरक और नमक का करें सेवन

आयुर्वेद में अदरक को कई बीमारियों की दवा माना गया है. यह एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होती है. इसके अदरक में नैचुरली ऐंटीहिस्टामीन प्रॉपर्टीज होती हैं. इसे सुबह और शाम के समय नमक के साथ चबा सकते हैं. या फिर चूस सकते हैं. इसे खांसी में आराम मिलता है. इसके अलावा डाइट से कुछ फ्रूट्स को बाहर कर दें. ये खांसी की समस्या को बढ़ाते हैं. इनमें अन्नानास से लेकर कई सारे मीठे फल शामिल हैं.  

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जुकाम ही नहीं खांसी में भी लें भाप 

भाप सिर्फ जुकाम ही नहीं सूखी खांसी को भी ठीक करती है. दिन में तीन टाइम मुंह खोलकर भाप लेने से फेफड़े और श्वांसनली खुलती है. इससे इंफ्लेमेशन में भी आराम मिलता है. नियमित रूप से भाप लेने पर खांसी में आराम मिलता है. इसमें लिक्विड ज्यादा से ज्यादा लेना चाहिए. इसके अलावा विटामिन सी, ग्रीन टी और गर्म पानी में नींबू के रस का सेवन बेहद फायदेमंद होता है. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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वायरल के बाद क्यों हो जाती है सूखी खांसी, जानें इसकी वजह और देसी उपचार
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वायरल के बाद क्यों हो जाती है सूखी खांसी, जानें इसकी वजह और देसी उपचार, तुरंत मिल जाएगी राहत 

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