डीएनए हिंदी: मानसून के मौसम में चिलचिलाती धूप से छुट्टी तो मिल जाती है, लेकिन लगातार पड़ने वाली बरसात बैक्टीरिया को जन्म देते हैं. ये लोगों को बीमारियों का शिकार बनाते हैं. इस मौसम में सबसे पहले कमजोर इम्यूनिटी के लोग बीमार होते हैं. डेंगू से लेकर पीलिया यानी जॉन्डिस जैसी बीमारी घेर सकती है. खानपान में देरी या लापरवाही इस समस्या को और ज्यादा बढ़ा देती है. पीलिया जैसी बीमारी को सही होने में काफी समय लगता है. यह बीमारी जानलेवा होती है. ऐसे में इसे दवाई के साथ ही आयुर्वेद में बताएं अनार के पत्तों से भी सही किया जाता है. अनार के हरे पत्तों में मौजूद पोषक तत्व पीलिया के लिए दवा का काम करते हैं. ये इस गंभीर बीमारी को जड़ से खत्म कर देते हैं. आइए जानते हैं पीलिया को खत्म करने के लिए कैसे करें अनार के पत्तों का सेवन और इसके फायदे...
ऐसे दिखते हैं पीलिया के लक्षण
दरअसल पीलिया जैसी गंभीर बीमारी के लक्षण शरीर में पहले ही दिखने लगते हैं. इसे अनदेखा करना गंभीर हो सकता है. हालांकि कुछ लोगों को इसके लक्षणों की जानकारी नहीं होती है. इसलिए वह इसे पहचान नहीं पाते हैं. पीलिया में लिवर की ब्लड सेल्स टूटकर पीले रंगा बिलीरुबिन पदार्थ बनाते हैं. इस पदार्थ को किडनी बाहर निकालती है, लेकिन जब यह पदार्थ लिवर से फिल्टर होकर शरीर से बाहर नहीं निकला. तब यह पीलिया होता है. पीलिया होने पर पेशाब का रंग गहरा पीला हो जाता है. इसके साथ ही आंखें और नाखूनों में भी पीलापन आ जाता है. इसे अनदेखा करना जानलेवा हो सकता है.
पीलिया को दवाईयों से किया जा सकता है सही
पीलिया को दवाईयों से सही किया जा सकता है. इसके शुरुआती लक्षण दिखने पर ही डॉक्टर को दिखाना चाहिए. डॉक्टरी परामर्श से इसे खत्म कर व्यक्ति आसानी से स्वस्थ हो सकता है, लेकिन ऐसा न करने पर यह तेजी से बढ़ने लगता है. इसकी वजह से शरीर पीला पड़ जाता है. भूख प्यास खत्म होने की साथ ही व्यक्ति कमजोर हो जाता है. पीलिया आयुर्वेद में भी इलाज बताया गया है.
अनार के पत्तों से किया जा सकता है पीलिया का इलाज
पीलिया जैसी गंभीर बीमारी को क्योर करने में अनार के पत्तों का इस्तेमाल किया जा सकता है. लाल रंग के इस फल के पत्ते गहरे हरे रंग के छोटे छोटे होते हैं. यह औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं. अनार के पत्तें का सेवन करने से एनीमिया, भूख की कमी, अनिद्रा का उपचार किया जा सकता है. पीलिया की बीमारी में हरे पत्तों का सेवन फायदेमंद होता है. इसके लिए पत्तों को पहले सुखाकर पीस लें. इनका पाउडर बनने पर आधा चम्मच अनार के पत्तों का पाउडर दूध या फिर एक गिलास पानी के अच्छे से उबाल लें. इसे तब तक उबाले, जब तक यह आधा न रह जाएं. इसके इस पानी या दूध को ठंडा करके पी लें. इन पत्तियों को गाय के दूध की छाछ से भी ले सकते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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पीलिया के इलाज में दवा का काम करती हैं लाल फल की हरी पत्तियां, जानें खाने का सही तरीका