डीएनए हिंदीः भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुकलकर तक टेनिस एल्बो जैसी दर्दनाक बीमारी से जूझ चूके हैं. ये ऐसी बीमारी थी जिसके कारण उन्हें एक समय ऐसा लगा था कि उनका क्रिकेट का करियर खत्म हो रहा है. ये बीमारी क्यों होती है और इसका लक्षण या इलाज क्या है, चलिए जानें.
सचिन तेंदुलकर को साल 2004 में टेनिस एल्बो की समस्या हुई थी और इसकी वजह से वह खेल से बाहर भी हो गए थे लेकिन 2005 में सर्जरी के बाद वह इस समस्या से बाहर आ गए थे. हालांकि समय रहते इस पर ध्यान दिया जाए तो आसानी से इस समस्या को बिना सर्जरी भी काबू में किया जा सकता है. यदि आपको भी टेनिस एल्बो की शिकायत है और आप सर्जरी नहीं करवाना चाहते हैं तो आप कुछ आसान घरेलू उपचारों की मदद ले सकते हैं. इन उपचारों की मदद से आप टेनिस एल्बो के कारण होने वाले दर्द से छुटकारा पा सकते हैं.
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क्या है टेनिस एल्बो
टेनिस एल्बो असल में हाथ यानी कोहनी में होने वाली एक ऐसी समस्या हैं जिसमें भयानक दर्द होता है और उस हाथ से एक रिंग तक उठाना मुश्किल हो जाता है. टेनिस एल्बो एक ऐसी चोट है जिसमें कोहनी में मौजूद टेंडन ;मांसपेशियों को हड्डियों से जोड़ने वाले टिशु में दर्द होने लगता है.
किन लोगों को इस बीमारी की होती है ज्यादा संभावना
इस बीमारी के शिकार ज्यादातर वह लोग होते हैं जिनका ज्यादा काम कोहनी और कलाई से जुड़ा है, जैसे टेनिस, बैडमिंटन या क्रिकेट प्लेयर जो अपने रैकेट या बैट को कसकर पकड़ते हैं. पेंटर, प्लंबर, कारपेंटर या ऐसा काम जिसमें हाथ से भारी चीजें उठानी पड़ेग या काम ज्यादा करना होता है, उन्हें ये समसया होती है. किसी चीज को कसकर पकड़ने, बार-बार हाथ हिलाने से फोर आर्म की मांसपेशियां थक सकती हैं. मांसपेशियां थकती है कोहनी में मौजूद टेंडन पर लोड बढ़ने लगता है. ओवरलोडिंग से सूजन और दर्द बनने लगता है. अचानक हाथ या कोहनी में चोट लगने से भी टेनिस एल्बो हो जाता है.
टेनिस एल्बो के लक्षण
टेनिस एल्बो का सबसे आम लक्षण कोहनी से नीचे की तरफ बार-बार दर्द होना है और लिखने से लेकर किसी सामान को पकड़ते समय कोहनी में दर्द होना और हाथ की उंगलियों से एक रिंग भी पकड़ पाना मुश्किल होने लगता है. फोर आर्म को घुमाने पर टेनिस एल्बो में दर्द हो सकता है. अपनी बांह को मोड़ते समय दर्द हो सकता है. पकड़ कमजोर होने लगती है. टेनिस एल्बो में दर्द कोहनी के बाहर से अंदर की तरफ कोहनी और बाजू के ऊपर या नीचे की तरफ भी फैल सकता है.
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टेनिस एल्बो का इलाज
टेनिस एल्बो अपने आप या थोड़े बहुत ट्रीटमेंट से ठीक हो जाता है. हालांकि कई बार इसे ठीक होने में इसे एक से डेढ़ साल तक लग जाता है. इस बीमारी में सबसे पहला काम होता है हाथ को पूरी तरह से रेस्ट देना और इसकी ज्यादा से ज्यादा बर्फ से सिकाई करना. एल्बो में बैडेज बांध कर रखना चाहिए. रेस्ट करने भर से भी ये सही हो जाता है. लेकिन अगर लगातार इससे काम जारी रखा जाए तब ये खराब हालात में पहुंच जाता है और सर्जरी करानी पड़ती है. टेनिस एल्बो के इलाज के लिए फिजियोथैरिपी भी की जाती है जिसमें अलग-अलग प्रकार की एक्सरसाइज करने को कहा जाता है.
ये देसी नुस्खे भी दर्द को कम कर देंगे
- बर्फ से कोहनी कि सिकाई लिगामेंट्स को आराम मिलता है और दर्द और सूजन कम होता है.
- हल्दी में कुरकुमिन एंटी-इंफ्लेमेटरी हाेता है. इसे प्याज के रस के साथ मिलाकर गुनगुनाकर लगाने से दर्द और सूजन दोनों कम होता है.
- मेथी में एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होता है जो सूजन और दर्द को कम करता है. मेथी के दानों को दूध के साथ मिलाकर पीने से टेनिस एल्बो के कारण होने वाले दर्द और सूजन से भी राहत मिलती है.
- अदरक में मजबूत एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होता है जो टेनिस एल्बो के लक्षणों को कम करने में बहुत मदद करता है.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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हाथ और कोहनी का दर्द टेनिस एल्बो तो नहीं? कभी इस बीमारी से सचिन तेंदुलकर भी थे परेशान