आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी, खराब जीवनशैली, गड़बड़ खानपान और फिजिकल एक्टिविटी (Lifestyle) की कमी के कारण डायबिटीज, बीपी, कोलेस्ट्राॅल और यूरिक एसिड (Uric Acid) जैसी स्वास्थ्य समस्याएं लोगोंं में तेजी से बढ़ रही है. बता दें कि जब लोग प्यूरीन युक्त फूड (Purine Rich Foods) का सेवन अधिक करने लगते हैं तो इससे बॉडी में यूरिक एसिड अधिक मात्रा में बनने लगता है, जो शरीर से निकल नहीं पाता और ब्लड में ही जमा हो जाता है. 

बता दें कि प्रेग्नेंट महिलाओं के शरीर में यूरिक एसिड (Uric Acid Problems In Pregnancy) बढ़ने का जोखिम काफी ज्यादा बढ़ जाता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक प्रेग्नेंसी के दौरान भी यूरिक एसिड की मात्रा उच्च होने से जच्चा-बच्चा दोनों को नुकसान हो (Pregnancy Health Care) सकता है. ऐसे में इसे कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी है...

बढ़ता है इन बीमारियों का खतरा (High Uric Acid In Pregnancy)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक गर्भावस्था के शुरुआती तीन महीने में अगर महिलाओं का यूरिक एसिड लेवल हाई हो जाता है तो उनमें प्री-क्लाम्प्सिया नाम की गंभीर बीमारी हो सकती है. इतना ही नहीं, ऐसी स्थिति में उनमें जेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा भी बढ़ सकता है. शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने से न केवल महिलाओं को बल्कि शिशु को भी नुकसान हो सकता है. 


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इसके कारण बच्चों का वजन प्रभावित होता है और कम या अधिक वजन होने से गर्भ में या फिर जन्म के बाद शिशु की जान को खतरा हो सकता है. इतना ही नहीं इसके कारण बच्चों को आगे चलकर हाइपरटेंशन, हृदय रोग व डायबिटीज का खतरा भी हो सकता है. 

कितना होना चाहिए यूरिक एसिड (Normal Uric Acid Level In Pregnancy)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक नॉर्मल महिलाओं में यूरिक एसिड का स्तर 2.5 से लेकर 5.6 mg/dL होता है. अगर बात गर्भवती महिलाओं की तो गर्भावस्था की पहली तिमाही के दौरान हेल्दी महिलाओं के शरीर में यूरिक एसिड लेवल 2 से 4.2 mg/dL के बीच होना नाॅमर्ल माना जाता है.


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इसके बाद अगले तीन महीनों में इसका स्तर बढ़कर 2.4 से लेकर 4.9 mg/dL. तक हो सकता है. इसके बाद अगले तीन महीने में 3.1 से लेकर 6.3 mg/dL के बीच यूरिक एसिड हो सकता है.

इन बातों का रखें ध्यान (What To Do In High Uric Acid)
प्रेग्नेंसी के दौरान यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करने के साथ हल्के-फुल्के व्यायाम और योगासनों का प्रैक्टिस करना जरूरी है. गर्भवती महिलाओं को अपनी डाइट में फल, हरी सब्जियां, नट्स और साबुत अनाज शामिल करना चाहिए. जंक फूड, नॉन वेज, प्रोसेस्ड और शुगरी फूड्स से परहेज करना चाहिए. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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high risk of increasing uric acid in pregnancy cause preeclampsia what is normal uric acid levels in pregnancy
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प्रेग्नेंसी में High Uric Acid बढ़ाता है इन गंभीर बीमारियों का खतरा
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प्रेग्नेंसी में High Uric Acid बढ़ाता है इन गंभीर बीमारियों का खतरा, तुरंत दें इन बातों पर ध्यान

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