डीएनए हिंदा: मोबाइल फोन (Mobile Use) भले ही आज सभी की जरूरत है. ऑनलाइन पढ़ाई के लिए, बिजनेस के लिए, लेन देने के लिए,हर डिजिटल काम मोबाइल के बगैर होना असंभव सा है. ऐसे में हम यह भूल जाते हैं कि मोबाइल तो एक है,इससे काम अनेक होते हैं लेकिन बीमारियां भी अनेक होती हैं. हम आपसे इसके इस्तेमाल को बंद करने के लिए नहीं कह रहे हैं लेकिन आप चाहें तो कुछ चीजों से बच सकते हैं,इसके इस्तेमाल को कम कर सकते हैं. जिससे आप लंबे समय तक हेल्दी रह सकेंगे. बच्चे-बुढ़े या युवा हर किसी की जरूरत है मोबाइल, लेकिन इसके साथ ही इससे हेने वाली बीमारियों को बारे में भी जान लें तो अच्छा है. आज हम आपको इससे बचने के उपाय भी बताएंगे.
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(Health side effects by Access Mobile use)
कमजोर आंखें (Weak Eyes)
मोबाइल से निकलने वाली रोशनी आंखों की रोशनी को भी प्रभावित करती है. लंबे समय तक बिना पलक झपकाए आंखें सूखी हो जाती हैं. जिसके कारण जलन, धुंधलापन आदि समस्याएं पैदा होती हैं.
सुनने में परेशानी (Hearing Problem)
कुछ लोग आजकल कानों में लगातार कई घंटों तक ईयरफोन लगाए रहते हैं. जिसकी तेज आवाज सुनने की क्षमता को गंभीर रूप से प्रभावित करती है. इससे बिना ईयरफोन के आम आवाजें सुनना मुश्किल हो जाता है. इसके कारण कान की नस कमजोर होने लगती है, जिसके कारण यह जोर से हो जाती है
कंप्यूटर विजन सिंड्रोम (Computer vision Syndrome)
विज़न काउंसिल ऑफ़ अमेरिका के एक सर्वेक्षण में पाया गया कि 70 प्रतिशत लोग मोबाइल स्क्रीन को देखते हुए ट्विंकल करते हैं. इस लक्षण के परिणामस्वरूप बाद में कंप्यूटर विजन सिंड्रोम हो सकता है. जिसमें पीड़ित को आंखें सूखने और धुंधला दिखाई देने की समस्या होती है.
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रीढ़ पर प्रभाव (Spinal Problem)
यूनाइटेड चिरोप्रैक्टिक एसोसिएशन के अनुसार, लगातार फोन का उपयोग करते समय कंधे और गर्दन मुड़े हुए होते हैं. गर्दन झुके होने के कारण रीढ़ की हड्डी प्रभावित होती है. स्पाइनल कोर्ड से जुड़ी कई समस्याएं बाद में नजर आती हैं.
फेफड़ों पर प्रभाव (Lungs Problem)
गर्दन झुकने से शरीर पूरी या गहरी सांस लेता है. यह सीधे फेफड़ों को प्रभावित करता है
टेक्स्ट नेक (Text Neck)
मोबाइल स्क्रीन पर नजर रखने वाले लोगों के लिए गर्दन के दर्द की शिकायत आम हो गई है. इसे ‘टेक्स्ट नेक‘ का नाम दिया गया है. यह समस्या उन लोगों में अधिक होती है जो टेक्स्ट मैसेज भेजते हैं और जो वेब ब्राउजिंग करते हैं
नींद पर असर (Sleep Disorder)
दो घंटे के लिए चेहरे पर निरंतर मोबाइल प्रकाश के कारण मेलाटोनिन 22% तक कम हो जाता है।, इससे नींद आना मुश्किल हो जाता है. यानी ज्यादा देर तक मोबाइल देखने की वजह से नींद न आने की समस्या हो सकती है.
आत्मविश्वास घटा रहा स्मार्टफोन (Loose confidence)
सर्वेक्षण में प्रति 41 लोगों ने स्वीकार किया कि किसी के सामने मूर्ख बनने से बचने के लिए वह मोबाइल में उलझने के बारे में नौटंकी करते हैं. ऐसा करने से उनका आत्मविश्वास कम हो जाता है।
ट्यूमर का खतरा (Tumor)
मोबाइल फोन के विकिरण से उत्पन्न होने वाली चीजों में कैंसर सबसे बड़ा है. अगर आप अपना मोबाइल फोन पूरे दिन के लिए अपनी जेब या शरीर में रखते हैं तो ट्यूमर होने की संभावना बढ़ जाती है और आप आसानी से कैंसर का शिकार हो सकते हैं.
मस्तिष्क पर भी नकारात्मक प्रभाव (Negative impact on mind)
अगर आपको रात में शरीर के पास या छाती के पास मोबाइल फोन रखकर सोने की आदत है तो यह आपके लिए बहुत खतरनाक हो सकता है. इसके अलावा, इसके विकिरण का प्रभाव आपके मस्तिष्क पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है।
मोबाइल फोन के इलेक्ट्रोमेगनेटिक विकिरणों का प्रभाव (Rays bad effects)
यह ज्यादातर पुरुषों में उपयोग किया जाता है क्योंकि वह बेल्ट के पास फोन रखते हैं.पूरे दिन ऐसे फोन रखना उनके लिए बहुत ही नुकसान दायक है. इससे निकली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक्स रेज आपकी हड्डियों पर भी प्रभाव डालती है और उनमें मौजूद तंत्रिका तरल को खत्म कर देती है
मानसिक बीमारी (Mental Problem)
मोबाइल फोन से निकलने वाले इलेक्ट्रोमैग्नेटिक्स आपके सभी डीएनए का कारण बन सकते हैं. इसके अलावा इसके अधिग्रहण ने आपको मानसिक रोगी भी बना दिया है.
डिप्रेशन (Depression)
तनाव और अवसाद के मुख्य कारणों में से एक मोबाइल फोन से निकलने वाले विकिरण का खतरनाक प्रभाव है. यह आपके मस्तिष्क की कोशिकाओं को संकरा करता है, जिसके कारण ऑक्सीजन की सही मात्रा मस्तिष्क तक नहीं पहुंच पाती है
शिशु के मन पर नकारात्मक प्रभाव (Negative impact on kids mind)
गर्भवती महिलाओं द्वारा मोबाइल फोन का अत्यधिक उपयोग भ्रूण को प्रभावित कर सकता है. इससे शिशु के मस्तिष्क पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जो उसके विकास को प्रभावित करता है
हृदय रोग (Heart Problem)
मोबाइल फोन का हानिकारक विकिरण न केवल कैंसर जैसी बीमारियों को जन्म देता है बल्कि इससे मधुमेह और हृदय रोगों की संभावना भी कई गुना बढ़ जाती है
ऐसे करें बचाव (How to keep yourself Safe)
शरीर से दूर रखें
शरीर के साथ मोबाइल फोन के संपर्क को कम करने की कोशिश करें. फोन को कभी भी शर्ट या टी-शर्ट की जेब में न रखें. हालांकि फोन को पेंट की जेब में रखना भी सही नहीं है. बैग में रखा जाए तो बेहतर है.
लैंडलाइन का अधिक उपयोग करें
अगर आप ऑफिस में हैं तो अपने डेस्क पर मोबाइल रखें और बात करने के लिए लैंडलाइन का उपयोग करें. अगर घर पर भी कोई लैंडलाइन फोन है तो उसका ज्यादा इस्तेमाल करें
उपयोग में न होने पर स्विच ऑफ करें
इस पद्धति का उपयोग करना पूरी तरह से हर किसी के बस की बात नहीं है, लेकिन इसे जितना संभव हो उतना किया जाना चाहिए. रात को सोते समय आप अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर सकते हैं
स्पीकर पर बात करें
बातचीत के लिए हैंड्स फ्री स्पीकर या ईयर फोन का इस्तेमाल करना बेहतर है. बात पूरी होने के बाद, कान से ईयर फोन हटा दें. अगर आप हैंड्स फ्री स्पीकर का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं तो फोन को कान से लगभग 1-2 सेंटीमीटर की दूरी पर रखकर बात करें
व्हाट्सएप या मैसेज का उपयोग करें
छोटी चीजों के लिए, कॉल के बजाय व्हाट्सएप या मैसेज करना बेहतर है
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)
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