डीएनए हिंदीः खांसी, जुखाम, बदन दर्द (Cough, Cold, Body Pain ) बेहद आम समस्या है लेकिन कई बार ये लंबे समय तक बने रहें यार बार-बार होने लगे तो इसे नार्मल मानने की भूल नहीं करनी चाहिए. असल में ये लंग्स (Lungs Disease)में होने वाली एक गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है.
खांसी अगर 15 दिन से ज्यादा रह जाए तो ये फेफड़े बैक्टीरियल, वायरल या फंगल इंफेक्शन के कारण भी हो सकता है. निमोनिया भी एक तरह का लंग इन्फेक्शन ही है. खांसी-जुकाम ही नहीं. थकान से लेकर बुखार तक जैसे कई संकेत लंग्स में इन्फेक्शन का लक्षण होते हैं.
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फेफड़ों में इन्फेक्शन होने के लक्षण
खांसी या जुखाम –15 दिन से ज्यादा समय तक अगर कफ वाली खांसी और जुखाम ठीक न हो तो ये इन्फेक्शन का लक्षण हो सकता है. इस दौरान कफ के रंग पर ध्यान दें.
स्किन और होठों का नीला होना –फेफड़ों में इंफेक्शन के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण त्वचा और होंठ नीले पड़ जाते हैं. ये एक गंभीर स्थिति है, इसमें लापरवाही नही करनी चाहिए.
सांस लेने में घरघराहट –इन्फेक्शन होने पर जब आप सांस लेते हैं तो घरघराहट की आवाज आती है. ये विंड पाइप के इन्फेक्शन या ब्लॉक होने के कारण होता है.
बुखार –लंग इन्फेक्शन के समय बुखार आना आम बात है. इस दौरान बुखार में पसीना आना, ठंड लगना, कमजोरी, सरदर्द, डिहाइड्रेशन और मसल्स में दर्द होने की समस्या भी हो सकती है. 102° से ज्यादा बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखा लें.
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सांस लेने में तकलीफ –फेफड़ों में इन्फेक्शन का सबसे पहला लक्षण सांस लेने में परेशानी होना है. नॉर्मल या डीप ब्रीदिंग में परेशानी होने पर डॉक्टर को अवश्य दिखा लें.
नाक बहना –कफ होने के कारण अक्सर इन्फेक्शन में नाक बहने की समस्या होती है. इसे नजरंदाज ना करें और जल्द जल्द से ठीक करा लें.
बदनदर्द –लंग इन्फेक्शन के समय बदन दर्द की समस्या को म्यालगिया कहते हैं. इंफ्लेमेशन के कारण इन्फेक्शन में बदन दर्द की परेशानी होती है.
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फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए क्या करें
फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए अधिक से अधिक पानी पीएं, अदरक या शहद वाली चाय का सेवन करें और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए नियमित योग और प्राणायाम की मदद लें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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इतने दिनों तक रह गया खांसी-जुकाम तो समझ लें फेफड़े में फैल गई है ये बीमारी