डीएनए हिंदी: 15 साल की एक लड़की की जान रोड एक्सीडेंट (Road Accident) में चली गई लेकिन अपने जाने के बाद भी उसने अंगदान (Organ Transplant) करके किसी को नई जिंदगी दी. दिल्ली में केंद्र सरकार के राम मनोहर लोहिया अस्पताल (Ram Manohar Lohiya Hospital) में पहला हार्ट ट्रांसप्लांट (First Transplant) हुआ.भागलपुर की रहने वाली 32 साल की लक्ष्मी देवी को इस 15 साल की बच्ची के दिल ने नई जिंदगी दी.
15 साल की बासु नाम की लड़की का 15 अगस्त को रोड एक्सीडेंट हुआ और उसे चंडीगढ़ के पीजीआई (PGI) अस्पताल में भर्ती करवाया गया. लड़की मूल रुप से बिहार के लखीसराय की है. 20 अगस्त को लड़की का ब्रेन डेड (Brain Dead) हो गया जिसके बाद डॉक्टरों ने उसके बाकी अंगों को वेंटिलेटर (Organs) पर चलाए रखा. इस बीच परिवार को अंगदान के बारे में समझाया गया. 6 बच्चों के दिहाड़ी मजदूर पिता आखिरकार मान गए. 21 अगस्त को नोटो हरकत में आया और अलर्ट जारी किया गया.
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दिल,लिवर,कोर्निया,किडनी और पैंक्रियाज सुरक्षित किए गए हैं. इसके बाद अस्पताल और एम्स (Aiims) के डॉक्टर्स शाम को ही चंडीगढ़ रवाना हुए और रात में फ्लाइट से दिल (Heart) को प्रिजर्व करके दिल्ली ले आए. रात में करीब 10.30 बजे सर्जरी शुरू हुई जो 3 बजे पूरी की गई. 21 और 22 अगस्त की रात को ही यह ट्रांसप्लांट (Heart Transplant) किया गया.
आरएमएल दिल के ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध कराने वाला दिल्ली का तीसरा सरकारी अस्पताल बन गया है. इससे पहले यह सुविधा एम्स व धौला कुआं स्थित आर्मी अस्पताल में थी.
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Heart Transplant: दिल्ली के इस अस्पताल में हो सकता है फ्री हार्ट ट्रांसप्लांट, जानिए कहां से हुई शुरुआत