डीएनए हिंदी: टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) की वजह मोटापे से लेकर खानपान का गलत तरीका और अरामतलबी (Main Cause of High Sugar in Body) होती है. जब भी शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ती है शरीर में तेजी से बदलाव और परेशानियां नजर आने लगती है. बहुत ज्यादा यूरिन आना, प्यास लगना, भूख अचानक से ज्यादा लगता आदि लेकिन सामान्यत: लोग इसे सामान्य मान लेते हैं.
डायबिटीज होने पर सबसे ज्यादा लक्षण पैरों में नजर आते हैं. कम से कम 6 तरह की समस्याओं का अकेली वजह डायबिटीज हो सकती है. अगर आपके पैरों में अचानक से समस्याएं बढ़ रहीं हैं तो आपको नीचे दिए गए संकेतों से मिलान जरूर कर लेना चाहिए. ये संकेत तभी नजर आते हैं जब पैन्क्रियाज से इंसुलिन का प्रोडक्शन गड़बड़ होता है या बनना कम होने लगता है. तो चलिए जानें पैरों के वो लक्षण कौन से हैं जो डायबिटीज का संकेत देते हैं.
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पैरों में झुनझुनी-सुन्नाहट या दर्द का बढ़ना
जब भी ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ता है तो न्यूरो रिलेटेड दिक्कतें होने लगती हैं. मेयो क्लिनिक की रिपोर्ट बताती है कि शुगर बढ़ने से पैरों की नसों पर सबसे पहले फर्क पड़ता है. अगर आपके पैरों में दर्द, झुनझुनी या सुन्नाहट बढ़ने लगी है तो ये डायबिटीज का संकेत है.
पैरों में छाले
पैर के तलवों में अगर छाले, घाव या फुंसियां बहुत बन रही तो ये भी संकेत डायबिटीज का है. इसे डायबिटिक फुट अल्सर कहा जाता है. डायबिटीज से ग्रस्त करीब 15 प्रतिशत मरीजों को ये समस्या जरूर होती है.
एथलीट फुट
शरीर में जब भी ब्लड शुगर बढ़ता है तो एथलीट फुट की दिकक्त भी होती है. ये पैर की उंगलियों या तलवे में होने वाला एक फंगल इंफेक्शन होता है. खुजली, रेडनेस और दरार जैसी दिक्कते कई बार दोनों ही पैरों में होने लगती हैं.
गैंग्रीन की समस्या
हाई ब्लड शुगर वेंस यानी नसों को भी प्रभावित करता है और इससे पैर कि उंगलियों के सेल्स मरने लगती हैं. इसे गैंग्रीन कहा जाता है. असल में जब नसों में दिक्कत होती है तो पैरों कि उंगलियों को सही तरीके से ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है और ब्लड वेसेल्स बंद होने लगती हैं. लंबे समय तक समस्या बनी रहने से गैंग्रीन होता है. इसमें उंगलियों में सड़न होने लगती है.
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डायबिटीज कॉर्न्स और कॉलस
कॉर्न्स पैर के अंगूठे के बोनी क्षेत्र के पास या पैर की उंगलियों के बीच कठोर त्वचा का एक निर्माण होता है, वहीं, कैलस पैर के नीचे की कठोर त्वचा के निर्माण को कहते हैं. कॉलस आमतौर पर खराब फिटिंग वाले जूते या त्वचा की समस्या के कारण होते हैं, जबकि कॉर्न जूते के दबाव के कारण होते हैं.
नाखूनों में इंफेक्शन
मधुमेह वाले लोगों को भी ऑनिकोमाइकोसिस नामक फंगल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, जो आमतौर पर पैर की उंगलियों को प्रभावित करता है. इससे नाखून फीके पड़ (पीले-भूरे या अपारदर्शी), मोटे और भंगुर हो जाते हैं. अन्य मामलों में, नाखून उखड़ सकता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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Diabetes Symptoms: पैरों में बढ़ रही ये 6 दिक्कतें तो समझ लें शरीर में ब्लड शुगर का लेवल है बहुत हाई