डीएनए हिंदी: राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (GIMS) में अब स्तन कैंसर (Breast Cancer) का इलाज भी शुरू हो गया है. इससे क्षेत्र के इन मरीजों को नोएडा व दिल्ली एनसीआर (Delhi-NCR) के अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाने होंगे. अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक जो सर्जरी निजी अस्पतालों में लाखों रुपये में होती है, वह यहां महज तीन से पांच हजार रुपये में हो सकेगी. इससे मरीजों को आर्थिक रूप से भी मदद मिलेगी.
इस नई सुविधा को लेकर GIMS निदेशक ब्रिगेडियर डा. राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि देश में महिलाओं में होने वाले कैंसर में स्तन कैंसर सबसे आम है. अधिकतर महिलाएं स्तन में होने वाली गांठ व सूजन को अनदेखा करती हैं, जिससे उन्हें समय पर इलाज नहीं मिल पाता है. ऐसे में अगर समय रहते स्तन कैंसर की जानकारी हो जाए तो इसका इलाज संभव है. इसके लिए महिलाओं को जागरूक होना हैगा तभी वे अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकेंगी.
GIMS निदेशक ने कहा कि 35 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को खासकर कि इस ओर अधिक ध्यान देना चाहिए. महिलाओं को खुद से इसकी जांच समय-समय पर करते रहना चाहिए. यदि उन्हें किसी तरह की सूजन व गांठ का अंदेशा होता है तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें. उन्होंने बताया कि स्तन कैंसर का इलाज मल्टी डिसिप्लिनरी होता है.
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GIMS के निदेशक ने जिम्स में नई सुविधा को लेकर बताया कि स्तन कैंसर के लिए सर्जरी के साथ ही कीमोथेरेपी की भी सुविधा शुरू हो गई है जिसे बहुत ही किफायती दाम में किया जा रहा है, जिसकी कीमत तीन से पांच रुपये है। पिछले कुछ सप्ताह में छह मरीजों के स्तन कैंसर का सफल इलाज हुआ है जो कि एक सकारात्मक स्थिति है.
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