डीएनए हिंदीः एंटीबायोटिक प्रतिरोधी बैक्टीरिया का प्रसार वैश्विक स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बन गया है क्योंकि एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग लगातार बढ़ रहा है. इससे कुछ खास तरह के बैक्टीरियल इन्फेक्शनों का इलाज बहुत मुश्किल हो जाएगा. कुछ मामलों में तो इलाज नामुमकिन होगा.
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि एंटीबायोटिक-प्रतिरोधी जीवाणुओं के विकास से निमोनिया, तपेदिक और खाद्य जनित रोग जैसे जीवाणु संक्रमणों का खतरा बढ़ रहा है और इनका इलाज भी मुश्किल हो रहा है. बता दें की बादल छोटी और लंबी रेंज में फैलने वाले एंटीबायोटिक-प्रतिरोध जीन के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग बन रहे हैं और ये पूरी दुनिया के लिए खतरा बन रहे हैं.
कनाडा और फ्रांस के कुछ रिसर्चरों ने पता लगाया है कि बादल अपने साथ ऐसे बैक्टीरिया लाते हैं, जिनपर किसी दवा का असर नहीं होता. ये बैक्टीरिया बादलों के सहारे लंबी दूरी तय करते हैं. इस खोज की रिपोर्ट जर्नल साइंस ऑफ द टोटल एनवॉयरमेंट में छपी है.
रिसर्चरों ने सेंट्रल फ्रांस के एक एटमॉस्फेरिक रिसर्च स्टेशन से बादलों के सैंपल जमा किए. जांच में सामने आया कि प्रति मिलिमीटर क्लाउड वॉटर में 300 से 30,000 तक बैक्टीरिया हैं. रिसर्चरों को बैक्टीरिया में एंटिबायोटिक रेजिस्टेंट जीन्स के 29 सबटाइप भी मिले.
ड्रग रेजिस्टेंस की स्थिति तब विकसित होती है, जब बैक्टीरिया एंटिबायोटिक के एक्सपोजर में आए हों और उनके प्रति इम्युनिटी विकसित कर ली हो. जानकार लंबे समय से आशंका जता रहे हैं कि बैक्टीरिया में विकसित होने वाला ड्रग रेजिस्टेंस दुनियाभर के लिए बड़ी परेशानी बन सकता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर
- Log in to post comments
Bacterial Attack: बादलों के साथ आ रहे खतरनाक बैक्टिरिया, दवाएं भी हो रहीं बेअसर