डीएनए हिंदीः मौसम में बदलाव के साथ ही मौसमी बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ गया है. गले में दर्द, खिचखिच के साथ ही अगर खांसते-खांसते आपकी सांसे फूलने लगी हैं तो आपके लिए कुछ ऐसी कारगर आयुर्वेदिक औषधियां और टिप्स बताने जा रहे हैं, जो आपकी समस्या से तुरंत निजात दिला सकते हैं.
लगातार खांसी के चलते लोगों के गले में भी दर्द होना आम बात है लेकिन अगर आपके गले में टॉसिल भी बढ़ गया है तो आपको विशेष सावधानी रखनी होगी क्योंकि इससे बुखार आने की संभावना भी रहती है. एंटीबॉयोटिक्स या कफ सिरप की जगह आप आयुर्वेदिक चीजों से ही अपना इलाज कर सकते हैं. तो चलि जानें कि गले में खराश, दर्द और खांसी या कफ के लिए कारगर औषधियां क्या हैं.
यह भी पढ़ेंः Cough Melting Tips : छाती में जकड़ी कफ और बलगम आ जाएगी बाहर, लंग्स को क्लीन कर देंगे ये नुस्खे
कफ पिघलाने के लिए करें ये उपाय
अगर खांसते-खांसते गले और छाती में कफ चिपक गई है तो आप भाप लेना शुरू करें. ये कफ को पिघलाने में मददगार है. साथ ही आप लौंग, तुलसी पत्ता, काली मिर्चए मुलेठी और अदरक का काढा बनाएं और इसे थोड़ा-थोड़ा पीते रहें.
अगर छाती से घड़घड़ की आवाज आ रही तो सरसों के तेल में लहसुन और अजवाइन पकाकर उसे छान लें और तेल को गुनगुनाकर छाती पर मालिश करें. ये नवजात शिशुओं के लिए भी कारगर उपाय है.
खांसी से निकल रहा दम तो करें ये उपाय
मुलैठी को मुंह में रखकर उसका रस चूसते रहें. ये खांसी का रामबाण उपाय है. साथ ही दिन में कम से कम दो बार नमक मिले पानी से गरारे जरूर करें. ध्यान रहें गले में नमी बनाएं रखें और इसके लिए आप शहद और कालीमिर्च का चूर्ण चाटते रहें. इससे सूखी खांसी में भी काफी आराम मिलेगा.
यह भी पढ़ेंः कफ सिरप का नेचुरल विकल्प हैं ये घरेलू नुस्खे, बच्चों को चटाते ही मिलेगा आराम
गले में दर्द और सूजन के लिए
गले में दर्द और सूजन का रामबाण उपाय है गर्म पानी में नमक डाल कर गरारा करना. साथ ही आप दर्द से राहत पाने के लिए तुलसी और अदरक का काढ़ा पीते रहें. चाहें तो फिटकरी के पानी से भी गरारा कर सकते हैं. ये भी गले की सूजन से तुरंत आराम दिलाता है और किसी भी तरह के इंफेक्शन से भी बचाता है.
नोटः सर्दी-जुकाम या खांसी में एंटी बॉयोटिक्स लेने से बचें क्योंकि ये शरीर में एंटी-बॉयोटिक रिजिसटेंस हो जाती है और धीरे-धीरे शरीर पर दवाओं का असर नहीं होता है. सर्दी-जुकाम या खांसी या गले में दर्द आदि पर हमेशा गर्म पानी के गरारे, भाप और काढ़ा सबसे इफेक्टिव माना गया है. कोरोना में भी भाप लेना लंग्स और गले के इंफेक्शन के लिए जरूरी था. इसी से आप समझ सकते हैं कि कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी में भाप और गर्म पानी दवा की तरह काम किया था तो इन छोटी मोटी बीमारियों पर इसका असर कितना ज्यादा होगा.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
खांसी और गले में दर्द से तुरंत राहत दिलाएंगे ये घरेलू नुस्खे, एंटीबॉयोटिक्स और कफ सिरप से पाएं छुटकारा