डीएनए हिंदी: क्या अपके मन में भी ये सवाल उठता है कि कोविड-19 की डबल डोज लेने के बाद भी क्या आप कोरोना के नए म्यूटेशन वायरस से बच सकते हैं? या क्या आपके शरीर में एंटीबॉडीज की पर्याप्त मात्रा है, ताकि आप वायरस से मुकाबला कर सकें? तो आपके इन सवालों का जवाब एक टेस्ट से मिल सकेगा. ये टेस्ट कभी भी कही भी कराया जा सकता है. इस टेस्ट से जुड़ी जानकारी के साथ ही आपको यह भी बताएंगे कि बीएचयू के बायोलॉजिस्ट ने सीरो सर्वे में वैक्सीन ले चुके लोगों के एंटीबॉडीज को लेकर क्या बात सामने आई है.
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कोराेना संक्रमण का खतरा अभी कम नहीं हुआ है. वायरस अभी भी सक्रिय है और कमजोर इम्युनिटी वाले लोग इसकी चपेट में आते जा रहे हैं. अगर आप इस सोच में है कि आपने तो वैक्सीन का डबल डोज ले लिया है और आपको खतरा नहीं तो जान लें कि ऐसा बिलकुल नहीं है. वायरस के खतरे में आप आ सकते हैं अगर आपके शरीर में एंटीबॉडीज कम होंगे. वैक्सिन लेने के एक साल या कुछ महीनों बाद आपका शरीर कोरोना संक्रमण से लड़ने में सक्षम है या नहीं, इसका पता आपको चल सकता है.
ऐसे जानें शरीर में Vaccine का कितना बचा
अगर आप डबल डोज ले चुके हैं और इसे लिए करीब छह महीने से उपर हो गया है तो आपको यह जरूर चेक करा लेना चाहिए कि आपके शरीर में एंटीबॉडीज कोरोना से लड़ने के लिए पर्याप्त हैं या नहीं. इसके लिए आप एंटीजेन टेस्ट करा सकते हैं. अगर एंटीबॉडी पर्याप्त हैं तो आपको बूस्टर डोज की जरूरत नहीं और आप कोरोना से लड़ने में सक्षम है. अगर कम है तो तुरंत बूस्टर डोज लें.
कहींं भी करा सकते हैं टेस्ट
एंटीबॉडीज के लिए टेस्ट कहीं भी कराया जा सकता है. इस टेस्ट में 500 से हजार रुपये तक का खर्च आ सकता है. वहीं, एंटीबॉडी की जांच के लिए डिप्कोवैन किट भी आती है और इसकी कीमत 75 रुपए है. एंटीबॉडी टेस्ट की रिपोर्ट1-2 घंटे में आ जाती है.
Immunity का भी चलेगा पता
इस एंटीजेन टेस्ट से आपको अपनी इम्युनिटी का भी पता चलेगा. रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होगी तो शरीर एंटीबॉडी बनती रहेगी. जब शरीर किसी भी बीमारी के संपर्क में आता है तो तब इम्यून सिस्टम इन पैथोजन से लड़ने के लिए शरीर में एंटीबॉडीज बनाने लगता है. फिर एंटीबॉडी बाहरी वायरस को पहचान कर उसे मारने में मदद करते हैं.
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जानिए क्या बताती है बीएचूय की रिपोर्ट
BHU के सीरो सर्वे में 120 लोगों का सैंपल लिया गया था जिसकी जांच के बाद जो परिणाम आया है उसके मुताबिक, 30 फीसदी लोगों में बनी एंटीबॉडी खत्म हो चुकी है. करीब 46 फीसदी लोगों में खत्म होने की कगार पर है और सात फीसदी लोगों में बहुत कम एंटीबॉडी बची है. पर्याप्त एंटीबॉडी सिर्फ 17 फीसदी लोगों में ही है.
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ऐसे जानें Covid Vaccine लेने के बाद कितनी बची है एंटीबॉडीज? BHU की रिपोर्ट में चौकाने वाला खुलासा