गर्मी इस बार कुछ ज्यादा ही कहर बरपा रही है. अप्रैल के महीने में ही तापमान 44 डिग्री तक पहुंचने को तैयार है. झुलसा देने वाली इस गर्मी में सेहत का ध्यान रखना काफी जरूरी हो जाता है. ये ऐसा मौसम है जब कई तरह की बीमारियां भी अपनी गिरफ्त में ले लेती हैं. जानते हैं इन बीमारियों के बारे में और इनसे सतर्क रहने के लिए जरूरी टिप्स भी-
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गर्मी के मौसम की सबसे पहली और बड़ी समस्या होती है डिहाइड्रेश यानी पानी की कमी. आमतौर पर डॉक्टर कहते हैं कि एक व्यक्ति को दिन में 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए. गर्मी के मौसम में इस बात का ध्यान जरूर रखें. मौका मिलने पर ग्लूकोन डी, नींबू शिकंजी जैसे पेय पदार्थों का सेवन करते रहें. इस मौसम में खीरा, तरबूज और खरबूज जैसे फल भी खूब आते हैं. इनका सेवन करके भी आप डिहाइड्रेशन की समस्या से बच सकते हैं.
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बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को गर्मी के मौसम में डायरिया की समस्या काफी ज्यादा परेशान करती है. अत्यधिक धूप के कारण या ज्यादा गर्मी के कारण भी डायरिया हो जाता है. ऐसे में खूब पानी पिएं और डॉक्टर से संपर्क करें
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गर्मी की वजह से कई लोग ठीक से खा-पी नहीं पाते. ऐसे में कई बार टाइफाइड जैसी समस्या भी होने लगती हैं. इसमें पहले बुखार होता है और फिर वो बुखार बना रहता है. साथ ही भूख ना लगना, उल्टी, सर्दी जुकम, खांसी आदि होने लगती है. ऐसे लक्षण आएं तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें.
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गर्मी के मौसम में मच्छरों का आतंक भी बढ़ जाता है. इसी के साथ शुरू होती है मलेरिया की समस्या. इसके खतरे को उजागर करने और इसके प्रति जागरुक करने के लिए ही 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस भी मनाया जाता है. मलेरिया के लक्षणों पर नजर रखें. ये लक्षण हैं-गले में खराश, पसीना आना, थकान, बेचैनी होना, ठंड लगना, तेज बुखार, सिरदर्द. ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
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तेज गर्मी के मौसम में माइग्रेन जैसा सिरदर्द भी काफी परेशान करता है. कभी डिहाइड्रेशन की वजह से तो कभी तेज गर्मी
में बाहर घूमने के चलते ये समस्या आपको परेशान कर सकती है. इसे लेकर सतर्क रहें. ज्यादा गर्मी में बाहर ना निकलें. सिर और आंखों को धूप में ढककर ही रखें और पर्याप्त तरल पदार्थ लेते रहें.