यूनाइटेड किंगडम ऑफ ग्रेट ब्रिटेन (UK) में कोरोना (Coronavirus) के मामलों में अचानक तेजी आई है. कोविड-19 का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन ब्रिटेन (Britain) में फैल रहा है. एक वैज्ञानिक विश्लेषण (Scientific Analysis) में यह बात सामने आई है कि अगर सरकार ने भीड़ (Social Gethrings) पर रोक नहीं लगाई तो ओमिक्रॉन की वजह से जनवरी 2022 में कोरोना संक्रमण की बड़ी लहर दस्तक दे सकती है.
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यह वैज्ञानिक विश्लेषण लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन (LSHTM) ने किया है. अगर ऐसे ही ओमिक्रॉन के केस लगातार बढ़ते रहे तो ब्रिटेन में स्थिति बेहद गंभीर होने वाली है. LSHTM के एक शोधकर्ता डॉक्टर निक डेविस (Nick Davies) का कहना है कि जिस तरह से ब्रिटेन में ओमिक्रॉन के मामले बढ़ रहे हैं आशंका है कि कहीं कोरोना की एक और बड़ी लहर न आ जाए.
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नई स्टडी के मुताबिक COVID-19 का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन डेल्टा (Delta) और कोविड (Covid) के दूसरे वेरिएंट की तुलना में कम गंभीर है. ऐसी संभावना है कि ओमिक्रॉन की वजह से अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या बहुत अधिक न हो.
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डॉक्टर रोसन्ना बरनार्ड ने कहा है कि अगर आशावादी नजरिए से देखा जाए तो साल 2022 की शुरुआत में कुछ उपायों को अपनाकर ओमिक्रॉन की लहर पर काबू पाया जा सकता है. जैसे वर्क फ्रॉम होम और दूसरे नियंत्रण उपाय लहर की आशंका को कम कर सकते हैं. अगर ऐसा न हुआ तो हमें कुछ और कड़े प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है. मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और वैक्सीन की बूस्टर डोज बेहद जरूरी हैं लेकिन इन्हें भी पर्याप्त नहीं माना जा सकता है.
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लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन की नई रिसर्च को ऑनलाइन प्रकाशित किया गया है. ब्रिटेन सरकार ने इंग्लैंड के अधिकांश हिस्सों में फेस कवरिंग को अनिवार्य कर दिया है. थिएटर, सिनेमा, पूजा स्थल, संग्रहालय और इनडोर स्पोर्ट स्टेडियम में किसी की एंट्री बिना फेस कवर के नहीं होगी.
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कोरोना संक्रमण के प्रसार पर सतर्क होते हुए ब्रिटिश प्रशासन ने अगले सप्ताह से ज्यादातर जगहों पर प्रवेश के लिए कोविड-19 वैक्सीन प्रमाण पत्र अनिवार्य कर दिया है. ब्रिटेन में पहले भी कोविड कहर बरपा चुका है.
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Co-Win प्लेटफॉर्म पर मौजूदा खाते में पंजीकरण करके ही तीसरी या अतिरिक्त खुराक लगवाई जा सकेगी. कुछ बीमारियों से ग्रस्त 60 साल या इससे अधिक आयु के जिन लोगों ने कोविड रोधी टीके की दोनों खुराक लगवा रखी हैं, उन्हें डॉक्टर की सलाह पर 10 जनवरी से तीसरी अतिरिक्त लगाई जा सकेगी.