अल्लू अर्जुन (Allu Arjun) इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं. शनिवार को अल्लू अर्जुन राजनीतिक आलोचनाओं का जवाब दिया और पुष्पा 2 (Pushpa 2) के प्रीमियर के दौरान 4 दिसंबर को हुए हैदराबाद में भगदड़ मामले में भी बात की. एक्टर ने इस मामले में खुलकर बात की और घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया, जिसमें एक महिला रेवती की जान चली गई थी और उनका बेटा श्री तेज गंभीर रूप से घायल हो गया. अल्लू ने परिवार को लेकर संवेदनाएं व्यक्त की. तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और एआईएमआईएम विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी के द्वारा तेलंगाना विधानसभा में उन पर लगाए गए कई आरोपों का अल्लू ने खंडन किया है.
वहीं, अल्लू अर्जुन ने संध्या थिएटर भगदड़ मामले में उनके खिलाफ चल रही गलत जानकारी और झूठे आरोपों को लेकर बात की है. उन्होंने इस मामले में खुलकर बात की और उस दिन क्या क्या हुआ ये भी बताया.
10 प्वाइंट्स में समझे अल्लू अर्जुन से जुड़ा मामला
अल्लू अर्जुन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की और इसके पीछे का कारण बताया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वह इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए सरकार या अधिकारियों समेत किसी को भी दोषी नहीं मानते. आगे बताया कि उन्होंने चुप्पी अभी तक जानबूझकर की थी, जिसका उद्देश्य आगे की अटकलों और गलत सूचनाओं को बढ़ावा देने से बचना था.
अल्लू अर्जुन ने घटनाओं के बारे में सारी जानकारी दी, जिसमें एक महिला की मौत और एक बच्चा घायल हो गया था. उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि कोई जानबूझकर गलती नहीं की गई थी. उन्होंने कहा कि, '' मैं हर कुछ घंटों में लगातार बच्चे की हेल्थ की अपडेट ले रहा हूं.
एक्टर ने इस बात पर भी अफसोस जताया कि गलत सूचना और गलत संचार से स्थित भयानक हो गई है. उन्होंने कहा कि चल रही ज्यादातर बातें और कहानियां गलत थीं. उन्होंने अपने कैरेक्टर को हुए नुकसान को लेकर कहा, '' मेरे चरित्र की हत्या करने की जानबूझकर कोशिश की गई है. उन्होंने ये भी कहा कि फिल्म की सफलता के बाद भी जश्न के सभी प्रोग्राम को कैंसिल कर दिया गया है.
उन्होंने ये साफ किया कि उनकी मौजूदगी कोई रोड शो नहीं थी, बल्कि सम्मान का संकेत था, क्योंकि उनसे फैंस को इधर-उधर करने के लिए हाथ हिलाने की रिक्वेस्ट की गई थी. उन्होंने कहा, ''यह कोई रोड शो या जुलूस नहीं था. मैंने बस लोगों की ओर हाथ हिलाया और थिएटर के अंदर चला गया. किसी भी पुलिसकर्मी ने मुझे वहां से जाने के लिए नहीं कहा. मेरे मैनेजर ने मुझे बताया कि वहां बेकाबू भीड़ है और मुझे वहां से चले जाने के लिए कहा.
सीएम रेवंत के आरोपों का जवाब देते हुए अल्लू अर्जुन ने कहा कि थिएटर मैनेजमैंट से अनुमति ली गई थी और पुलिस ने उनकी एंट्री पर रास्ता भी साफ किया था. एक कानून का पालन करने वाले नागरिक के तौर पर, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अगर उन्हें सूचित किया जाता कि अनुमति नहीं दी गई है तो वह तुरंत चले जाते.
उन्होंने भगदड़ की घटना के दौरान अपने काम का भी जिक्र किया और बताया कि पुलिस इलाके को खाली करा रही थी, जिससे उन्हें यकीन हो गया था कि स्थिति कंट्रोल में है. जब उनकी कार थिएटर के पास आगे बढ़ने में असमर्थ थी, तो वह वाहन के बाहर निकले और फैंस की ओर हाथ हिलाया और उम्मीद की वो शांतिपूर्ण तरीके से इधर उधर होंगे.
उन्होंने इस दौरान ये भी खुलासा किया कि जब उन्हें बताया गया कि वेन्यू पर बहुत भीड़ है तो वह तुरंत वहां से चले गए. उस समय किसी भी अधिकारी ने उन्हें संभावित खतरे के बारे में जानकारी नहीं दी. अगली सुबह तक उन्हें दुखद घटना के बारे में पता चला. उन्होंने कहा, '' जब मुझे घटना के बारे में पता चला तो मैं विजाग, विजयवाड़ा और हैदराबाद के बाहरी इलाके में था. मैंने उनके परिवार वालों को सांत्वना दी. तो मैं अपने फैंस के परिवार से मिलने क्यों नहीं जाऊंगा, जिसे इतना बड़ा नुकसान हुआ है.
एक्टर ने अपनी फिल्म के प्रीमियर के आसपास की घटनाओं के दौरान हिंसा भड़काने या धमकी भरी भाषा का इस्तेमाल करने के आरोपों को खारिज किया. उन्होंने उन दावों को खारिज किया, जिसमें उनके लिए कहा गया था कि उन्होंने हड्डियां तोड़ने की इच्छा जाहिर की थी. एक्टर ने इसे पूरी तरह से झूठ बताया है.
अल्लू अर्जुन ने परिवार से न मिल पाने का दुख जताया. उन्होंने कहा, ''मेरी कानूनी टीम ने मेरे हाथ बांध दिए थे. उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे परिवार से मिलना नहीं चाहिए, क्योंकि उन्होंने मेरे खिलाफ शिकायत दर्ज की है. मैं सदमे से बाहर नहीं आ सका. अपने फैन की इस मौत के बारे में जानने के बाद मुझे गहरा सदमा लगा है. मुझे एक शोक संदेश का वीडियो डालने की अनुमति दी गई और इससे ज्यादा कुछ नहीं.
दो दशकों से आपने मेरा बर्ताव और चरित्र देखा है. मैं कभी भी अपने पर्सनल लाइफ या फिल्म की सफलताओं के बारे में मनगढ़ंत कहानियों में शामिल नहीं हुआ हूं. अब निराधार दानों को सामने आते देखना काफी दुखद है. उन्होंने कहा, '' प्लीज मेरे चरित्र हमला न करें. मेरा लक्ष्य हमेशा एंटरटेन करना रहा है, नुकसान पहुंचाना नहीं. उन्होंने कानूनी प्रतिबंधो का हवाला देते हुए सवालों का जवाब दिए बिना अपनी बात समाप्त करने से पहले कहा, कि उनका प्राथमिक ध्यान तेलुगु सिनेमा में योगदान देना है और अपने काम के जरिए इसकी दुनिया भर में पहचान दिलाना है.
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जानें क्या है पूरा मामला
बता दें कि 4 दिसंबर को हैदराबाद के संध्या थिएटर में पुष्पा 2 का प्रीमियर रखा गया था, जहां पर अल्लू अर्जुन के पहुंचने से भगदड़ वाली स्थिति पैदा हो गई थी, क्योंकि फैंस एक्टर की एक झलक पाना चाहते थे. इस दौरान एक महिला की मौत हो गई और उसका 8 साल का बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे बाद में अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस घटना के बाद मृतक महिला के परिवार की शिकायत के आधार पर एक्टर, उनकी सुरक्षा टीम और थिएटर मैनेजमेंट के खिलाफ चिक्कड़पल्ली पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता(बीएनएस) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया. एक्टर को महिला की मौत के मामले में 13 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि उन्हें उसी दिन तेलंगाना हाई कोर्ट से चार सप्ताह के लिए अंतरिम जमानत दे दी थी और 14 दिसंबर को उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया था.
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Allu Arjun ने भगदड़ मामले में आखिरकार तोड़ी चुप्पी, पुष्पा राज की इन 10 बातों से समझें पूरा केस