रविवार की देर रात महान कथक डांसर पंडित बिरजू महाराज का हार्ट अटैक की वजह से निधन हो गया. वह 83 वर्ष के थे. कथक का उनका अनोखा स्टाइल सालों तक लोगों को लुभाता रहा. भारतीय सिनेमा में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा.
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पंडित बिरजू महाराज ने ने सत्यजीत रे की पहली फिल्म शतरंत के खिलाड़ी के क्लासिकल डांस सीक्वेंस कान्हा मैं तोसे हारी का ना सिर्फ म्यूजिक कंपोज किया था, बल्कि इस क्लासिकल डांस सीक्वेंस को अपनी आवाज भी दी थी. इस गाने पर कथक किया था बिरजू महाराज की शिष्या सास्वती सेन ने.
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बिरजू महाराज ने संजय लीला भंसाली की फिल्म देवदास के लिए भी ना सिर्फ गीत लिखा बल्कि उसे कोरियोग्राफ भी किया. माधुरी दीक्षित पर फिल्माया गया काहे छेड़े मोहे को पंडित बिरजू महाराज ने ही कोरियोग्राफ किया था. ये फिल्म शरत चंद्र चटोपाध्याय के उपन्यास देवदास पर आधारित थी.
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पंडित बिरजू महाराज ने अभिषेक उपाध्याय की फिल्म डेढ़ इश्किया में भी गुलज़ार के लिखे एक गाने को कोरियोग्राफ किया था. ये गाना भी माधुरी दीक्षित पर फिल्माया गया था.
इस गाने का संगीत विशाल भारद्वाज ने दिया था.
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बिरजू महाराज ने सुपरस्टार कमल हासन के लिए भी कोरियोग्राफी की. उन्होंने फिल्म विश्वरूपम में शंकर-अहसान-लॉय द्वारा कंपोज किए गाने सॉन्ग Unnai Kaanadhu Naan को कोरियोग्राफ किया था. इसके लिए उन्हें बेस्ट कोरियोग्राफी का नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी मिला था.
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दीपिका पादुकोण ने भी पं. बिरजू महाराज से कथक डांस सीखा था. संजय लीला भंसाली की फिल्म बाजीराव मस्तानी के गीत मोहे रंग दो लाल की कोरियोग्राफी भी बिरजू महाराज ने की थी. इसके लिए उन्हें बेस्ट कोरियोग्राफी का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था.