डीएनए हिंदी: AR Rahman: इस बात से कोई इंकार नहीं है कि ए आर रहमान संगीत के उस्ताद हैं. वो अब तक के सबसे महान भारतीय संगीतकारों में से एक के रूप में सफल रहे हैं. रहमान ने 90 के दशक की शुरुआत में संगीत की दुनिया में कदम रखा. इसके बाद उन्होंने 'रोजा', 'बॉम्बे', 'ताल', 'लगान', 'स्वदेस', 'रंग दे बसंती' जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के लिए यादगार बैकग्राउंड स्कोर दिया. 'वंदे मातरम' गाने को लेकर देश उनका हमेशा सम्मान करेगा. एआर रहमान ने ना केवल बॉलीवुड बल्कि साउथ की भी कई फिल्मों में संगीत दिया है. आज सिंगर अपना 56वां बर्थडे मना रहे हैं. इस खास मौके पर जानते हैं उनके मुश्किल दौर के बारे में और उनके बारे में कुछ अनकही बातें.
एआर रहमान का जन्म 6 जनवरी 1967 को चेन्नई में हुआ था. एक समय था जब वो काफी मुश्किल दौर से गुजरे थे. यहां तक कि उन्हें आत्महत्या तक के ख्याल आने लगे थे. इस बारे में उन्होंने खुद खुलासा किया था और बताया था कि अगर उन्होंने ये कदम उठाया होता तो देश का कितना नुकसान होता.
हिंदू से मुसलमान बने थे AR Rahman
ए.आर रहमान हिंदू परिवार में पैदा हुए थे उनका असली नाम दिलीप शेखर था. कहा जाता है कि उन्हें अपने नाम से नफरत थी और उन्हें लगता था कि उनका नाम अच्छा नहीं है. उनके पिता दिलीप कुमार के बड़े प्रशंसक थे तो उन्हीं के नाम पर उन्होंने अपने बेटे का नाम रखा. 23 साल की उम्र में रहमान ने अपने गुरू कादरी इस्लाम से प्रभावित होकर इस्लाम कबूल कर लिया और अपना नाम अल्लाह रखा रहमान रख लिया था.
पढ़ाई में थे कमजोर
ए.आर रहमान पढ़ाई में काफी कमजोर थे. क्लास में सबसे कम नंबर उन्हीं के आते थे. कम नबंर आने की वजह से उन्हें खुदखुशी करने का भी ख्याल आया लेकिन जिंदगी ने उनके लिए कुछ और ही सोच रखा था.
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विरासत में मिला था संगीत
एआर रहमान को संगीत अपने पिता से विरासत में मिला था. उनके पिता आर के शेखर मलयाली फिल्मों में संगीत देते थे.
पिता की मौत के बाद झेली थी मुश्किलें
रहमान जब 9 साल के थे तब उनके पिता का देहांत हो गया. घर की हालत खराब होने के कारण उन्हें अपने परिवार के वाद्ययंत्र को भी बेचना पड़ा था. तब उनके पास स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के लिए भी पैसे नहीं थे और फिर 15 साल की उम्र में रहमान को पढ़ाई छोड़नी पड़ी.
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जब सुसाइड के बारे में सोचते थे रहमान
एआर रहमान ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में बताया था कि वो 25 साल की उम्र तक आत्महत्या के बारे में सोचते थे. उन्होंने अपने पिता को खो दिया था और एक खालीपन सा महसूस करते थे. हालांकि उन्होंने इससे उभरने के लिए संगीत का सहारा लिया और इसी ने उन्हें फर्श से अर्श तक लाकर बैठा दिया है.
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AR Rahman Birthday: कभी आत्महत्या के बारे में सोचते थे एआर रहमान, इस वजह से हिंदू से बने थे मुसलमान