उत्तर प्रदेश के संभल में हुए बवाल के बीच यहां के जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया काफी चर्चा में आ गए हैं. आज हम आपको इनके शिक्षक से आईएएस अधिकारी बनने तक के सफर के बारे में बताएंगे...
Slide Photos
Image
Caption
उत्तर प्रदेश के संभल के जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया काफी चर्चा में हैं. इनकी सफलता की कहानी बेहद प्रेरणादायी है. पहले वह एक सरकारी शिक्षक बने लेकिन मन में कहीं न कहीं आईएएस बनने की इच्छा ने उन्हें यूपीएससी के एग्जाम में बैठने के लिए प्रेरित किया. कई बार असफल रहने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अपने पांचवें प्रयास में IAS बने.
Image
Caption
डॉ. राजेंद्र पेंसिया राजस्थान के श्रीगंगानगर से ताल्लुक रखते हैं. उन्होंने बीकॉम की पढ़ाई की है. साल 2005 में वह सरकारी शिक्षक बने लेकिन मन में सरकारी अधिकारी बनने की चाह में वह अपनी तैयारियों में जुटे रहे.
Image
Caption
वह यूपीएससी की सिविल सेवा की तैयारी में लग गए लेकिन उन्हें यहां सफलता नहीं मिली तो वह राज्य प्रशासनिक सेवा की परीक्षाएं भी देने लगे और यहां उनकी मेहनत रंग लाई. राजस्थान प्रशासनिक सेवा में उनका चयन हुआ और वह बीडीओ के लिए सिलेक्ट हुए. बीडीओ बनने के बाद भी वह लगातार राजस्थान प्रशासनिक सेवा की परीक्षा देते रहे और साल 2022 में यह एग्जाम पास कर डिप्टी कलेक्टर बन गए.
Image
Caption
लेकिन उनका सपना आईएएस बनने का था तो यूपीएससी में लगातार 4 बार असफल रहने के बाद उन्होंने पांचवीं बार यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा दी. इस बार किस्मत ने उनका साथ दिया और उन्हें 345वीं रैंक हासिल हुई और वह आईएएस बन गए.
Image
Caption
मई 2016 में LBSNAA में उनकी ट्रेनिंग पूरी हुई और सबसे पहले उन्हें मिर्जापुर का असिस्टेंट कलेक्टर बनाया गया. इसके बाद 2017 में वह इटावा के जॉइंट मजिस्ट्रेट बने और साल 2019 में वह मथुरा के जॉइंट असिस्टेंट के पद पर रहे. 25 जून 2024 को उनकी तैनाती संभल के जिलाधिकारी के पद पर हुई है.
Short Title
कौन हैं 'संभल को संभालने' वाले DM राजेंद्र पेंसिया? जानें सक्सेस स्टोरी