ऐश्वर्या श्योराण की सफलता साहस, महत्वाकांक्षा और परिवर्तन की एक खास कहानी है जो आज कइयों को प्रेरित कर रही है. आर्मी फैमिली में पैदा हुईं और पली-बढ़ीं ऐश्वर्या के जीवन में अनुशासन से उन्हें वह सब हासिल हुआ जिनका वह सपना देखा करती थीं. वह राजस्थान में 9वीं तेलंगाना एनसीसी बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अजय कुमार की बेटी हैं. परिवार के राष्ट्र के प्रति कर्तव्य की भावना ने उन्हें ग्लैमर की दुनिया से समाज के लिए काम करने के लिए ललक पैदा की. उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि ने उनकी आकांक्षाओं को आकार दिया.
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12 की बोर्ड परीक्षा में मिले थे 97.5%
वह बचपन से ही पढ़ाई में काफी अच्छी रही हैं. उन्होंने दिल्ली के संस्कृति स्कूल में कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा में 97.5% अंक हासिल किए. इसके बाद उन्होंने देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेजुएशन किया. कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ऐश्वर्या ने मॉडलिंग के प्रति अपने जुनून को पहचाना और कई सौंदर्य प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया. उन्होंने 2014 में मिस क्लीन एंड क्लियर फ्रेश फेस जीता, 2015 में मिस दिल्ली का ताज पहना और 2016 में मिस इंडिया प्रतियोगिता में फाइनलिस्ट बनीं. फैशन की दुनिया में उनका भविष्य काफी उज्ज्वल था लेकिन उनका सपना तो कुछ और था.
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IIM इंदौर के लिए किया था क्व़ॉलिफाई
2018 में उन्होंने IIM इंदौर के लिए क्वालिफाई किया लेकिन उन्होंने उस ऑफर को भी ठुकरा दिया. उन्होंने खुद को समाज की सेवा में लगाने का फैसला किया. ऐश्वर्या 10 महीने तक बिना किसी कोचिंग के सेल्फ-स्टडी में जुटी रहीं. यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में 93वीं रैंक हासिल करके उन्होंने दिखाया कि अगर कड़ी मेहनत और अनुशासन का पालन किया जाए तो अपने सपने जरूर पूरे किए जा सकते हैं.
आज ऐश्वर्या श्योराण विदेश मंत्रालय में भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) अधिकारी हैं. ब्यूटी कॉन्टेस्ट जीतना और विश्व मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करना उनके दृढ़ संकल्प और देश की सेवा करने की इच्छा को दर्शाता है.
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