डीएनए हिंदी : नाइजीरिया में कुछ दिन पहले ट्विटर बैन कर दिया गया है. भारत में टिक-टॉक (Tik Tok)बैन हुए साल भर से अधिक हो गया है और 2.8 बिलियन से अधिक यूज़र बेस वाले फ़ेसबुक का चीन में कोई अता-पता नहीं है. ये तो केवल तीन ही देश हुए. क्या और भी देश हैं जहां कोई सोशल मीडिया साइट पर बैन लगा हुआ है? लेते हैं डीएनए हिंदी पर पूरा ब्यौरा -
चीन में न है फेसबुक, न ही ट्विटर
सोशल मीडिया के जगत के धुरंधर प्लेटफॉर्म माने जाते हैं फेसबुक (Facebook) और ट्विटर (Twitter) पर चीन का इनसे कोई लेना-देना नहीं है. दोनों ही वेबसाइट चीन में 2009 से बंद हैं. चीन ने अपने Xinjiang इलाके में हुए दंगे के बाद दोनों ही सोशल मीडिया साइट्स बंद कर दी थी. इसे चीन के द्वारा लागू किए गए सेंसरशिप प्रोग्राम के तौर पर भी देखा जाता है, जिसके मुताबिक़ चीनी सरकार अपने नागरिकों की हर गतिविधि पर नज़र रखती है. फेसबुक की अभिभावक संस्था मेटा के द्वारा चलाया जा रहा व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम भी चीन में बैन है. वहां व्हाट्सएप की जगह वीचैट (WeChat) का प्रयोग होता है. वीचैट टेंसेंट के द्वारा विकसित किया गया प्लेटफॉर्म है. इसे सरकारी मान्यता भी मिली हुई है. वीचैट हर डाटा सरकार के साथ साझा करता है.
भारत में नहीं चलता है टिकटॉक और चीन में भी नहीं
कुछ समय पहले जब भारतीय सरकार कुछ चीनी ऐप को बैन कर रही थी तब चीनी कंपनी बाइटडांस द्वारा बनाए गए वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म टिकटॉक को भी देश में बैन कर दिया गया था. हैरतअंगेज़ बात यह है कि यह चीनी एप्प चीन में भी बैन है. वहां बाइटडांस (ByteDance) के द्वारा ही तैयार किया गया दूसरा ऐप चलता है जिसका डॉइन (Douyin) है.
ईरान भी है चीन के रास्ते
चीन की तरह ईरान ने भी 2009 से ही फेसबुक और ट्विटर को बैन कर रखा है. यह पहली बार 2009 में ईरानी आम-चुनाव के दौरान हुआ था. इसे बैन करने का फैसला लोगों के विरोध को कम करने के लिए था. 2020 में ईरान की ओर से कहा गया कि वे चीन के साथ मिलकर इन सोशल मीडिया (Social Media) प्लेटफॉर्म का विकल्प तलाश रहे हैं. इस घोषणा को ईरान की चीनी सेंसरशिप नीति की तरह देखा जा रहा है.
उत्तर कोरिया नहीं चलाता है फेसबुक और ट्विटर
तानाशाहों के तानाशाह के देश उत्तर कोरिया में 2016 से न फेसबुक (Facebook) चल रहा है, न ही ट्विटर (Twitter). इतना ही नहीं, सरकारी आदेश तो यह भी है कि अगर किसी ने किसी उल्टे-सीधे तरीके से इसे चलाने की कोशिश की तो गहन सज़ा का हक़दार होगा.
तुर्कमेनिस्तान में क़सम खाकर इंटरनेट चला पाएंगे
इस देश में न अमेरिकी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म चलते हैं, न रूसी. यहां फेसबुक बैन है और साथ में ट्विटर भी. हां, देश के लोग एक देसी इंटरनेट चला सकते हैं पर जनाब, उसे चलाने से पहले खानी होगी क़ुराने पाक की कसम.
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