डीएनए हिंदी : व्यस्त जीवन में किताबों से वास्ता घटने लगा है. ऐसे समय में ऑडियोबुक एक विकल्प बन कर उभरा है, जिसे लोग यात्रा के समय या कहीं प्रतीक्षा करते हुए या सोने से पहले सुन लेते हैं. इसमें कई तरह के अच्छे सशुल्क और निःशुल्क विकल्प भी उभरे. ज़ाहिर है कि सशुल्क विकल्पों का स्तर और उनके पास कॉपीराइट अधिकार अधिक है. दो मुख्य अंतरराष्ट्रीय प्लैटफ़ॉर्म, जो हिंदी पुस्तकों की भी बृहत सूची रखते हैं, वे हैं अमेजन ऑडिबल और स्टोरीटेल. इन दोनों की मासिक, और वार्षिक सदस्यता उपलब्ध है. अमूमन पहले महीने का ट्रायल पीरियड मुफ्त होता है, जो कुछ ऑफ़र के तहत नब्बे दिन तक का हो सकता है. अमेजन प्राइम सदस्यों को ऑडिबल के लिए नब्बे दिन का ट्रायल पीरियड मुफ्त मिल जाता है. अगर कोई व्यक्ति ट्रायल पीरियड में अथवा सदस्यता के साथ सुनने के लिए एक सूची ढूँढ रहे हों, तो शायद यह सूची आपके काम हो.
स्टोरीटेल
गल्प/ कथा
- नीम का पेड़ - राही मासूम रजा
- काशी का अस्सी - काशीनाथ सिंह
- शर्मिष्ठा - अणुशक्ति सिंह
- वैशाली की नगरवधू (ऑडिबल पर भी उपलब्ध) - आचार्य चतुरसेन
- औघड़ - नीलोत्पल मृणाल
कथेतर
- दरकते हिमालय पर दर-ब-दर- अजय सोडानी
- परमवीर चक्र- कर्नल गौतम राजऋषि
- केनेडीः बदलती दुनिया का चश्मदीद
- मैं पाकिस्तान में भारत का जासूस था
- वह भी कोई देस है महाराज
अनुवाद
- मैं हिंदू क्यों हूँ- शशि थरूर
- भारत हमें क्या सिखा सकता है- मैक्समूलर
- अंधकार काल- शशि थरूर
- भीमराव अंबेडकरः एक जीवनी- क्रिस्टोफ़र जाफ़्रलो
- मिशन इंडिया- ए पी जे अब्दुल कलाम
अमेजन ऑडिबल
गल्प/कथा
- डार्क हॉर्सः एक अनकही दास्तान- नीलोत्पल मृणाल
- कितने पाकिस्तान- कमलेश्वर
- अस्वत्थामा- आशुतोष गर्ग
- चकल्लस - अमृतलाल नागर
- उमराव जान अदा- मिर्जा हादी रुसवा
कथेतर
- कश्मीरनामा- अशोक कुमार पाण्डेय
- इनरलाइन पास- उमेश पंत
- हमसफ़र एवरेस्ट- नीरज मुसाफिर
- क्या खोया, क्या पाया- अटल बिहारी वाजपेयी
- जिन्नाः भारत विभाजन के आईने में- जसवंत सिंह
अनुवाद
- सैपियेंस- युवाल नोआ हरारी
- असुर - आनंद नीलकंठन
- सिद्धार्थ- हरमन हेस
- सत्यजीत रे की कहानियाँ
- स्वामी और उसके दोस्त- आर के नारायण
(प्रवीण कुमार झा हिंदी के बहुआयामी लेखक हैं, और इस वक़्त कॉन्ग्सबर्ग, नॉर्वे में चिकित्सक हैं)
(यहां प्रकाशित विचार लेखक के नितांत निजी विचार हैं. यह आवश्यक नहीं कि डीएनए हिन्दी इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे और आपत्ति के लिए केवल लेखक ज़िम्मेदार है.)
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