डीएनए हिंदी: शिवसेना नेता संजय राउत को पात्रा चॉल जमीन घोटाले (Patra Chawl Scam) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में समन भेजा गया है. इस केस में पहले भी कई लोगों से पूछताछ हो चुकी है. इसी साल संजय राउत (Sanjay Raut) की पत्नी वर्षा राउत और उनके कुछ सहयोगियों की संपत्ति भी जब्त की गई थी. ईडी के समन पर संजय राउत ने कहा है कि वह इस तरह से डरने वाले नहीं हैं, ईडी चाहे तो उन्हें गिरफ्तार कर ले. महाराष्ट्र में शिवसेना (Shiv Sena) विधायकों की बगावत के बीच ईडी का समन मिलने पर संजय राउत ने कहा कि उन्हें झुकाने की कोशिश हो रही है लेकिन वह किसी भी सूरत में गुवाहाटी का रास्ता नहीं अपनाएंगे.
शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत को भेजे गए समन में ईडी ने उन्हें 28 जून यानी मंगलवार को पेश होने को कहा है. हालांकि, संजय राउत ने कहा है कि वह अभी ईडी के सामने पेश नहीं होंगे और पेशी टालने के लिए ईडी से वक्त मांगेंगे. आइए समझते हैं कि यह पूरा मामला क्या है और संजय राउत को ईडी ने समन क्यों भेजा है...
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क्या है Patra Chawl Scam?
इस कहानी की शुरुआत होती है साल 2007 से. कहानी के मुख्य किरदार हैं- महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी म्हाडा (MHADA), प्रवीण राउत, गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन और हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL). गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन, एसडीआईएल की सिस्टर कंपनी है. 2007 में म्हाडा ने पात्रा चॉल को फिर से विकसित करने का काम गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को दिया.
इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत गुरुआशीष को साढ़े तीन हजार से ज्यादा फ्लैट बनाने थे. पात्रा चॉल के किराएदारों के 672 फ्लैट फिर से बनाए जाने थे और करीब 3,000 फ्लैट बनाकर MHADA को दिए जाने थे. ये सभी फ्लैट म्हाडा की 47 एकड़ जमीन पर बनाए जाने थे.
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Pravin Raut और संजय राउत का कनेक्शन
गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन ने फ्लैट रीडेवलपमेंट काम करने के बजाय इस 47 एकड़ जमीन को आठ अलग-अलग बिल्डरों को 1,034 करोड़ रुपये में बेच दिया. मार्च 2018 में म्हाडा ने गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन के खिलाफ केस दर्ज करवाया. इसी मामले में आर्थिक अपराध विंग (EOW) ने फरवरी 2020 में प्रवीण राउत को गिरफ्तार कर लिया.
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प्रवीण राउत को संजय राउत का करीबी माना जाता है. इसके अलावा, प्रवीण राउत एचडीआईएल में सारंग वधावन और राकेश वधावन के साथ डायरेक्टर था. आपको बता दें कि यही वधावन बंधु PMC बैंक घोटाले के भी मुख्य आरोपी हैं. गिरफ्तार के कुछ दिन बाद प्रवीण राउत को जमानत मिल गई थी लेकन हाल ही में ईडी ने प्रवीण राउत को गिरफ्तार कर लिया.
सुजीत पाटकर, वर्षा राउत और लैंड डील
ईडी ने प्रवीण राउत को जब गिरफ्तार किया तो उसके और सुजीत पाटकर के ठिकानों पर छापा मारा गया. ईडी के मुताबिक, जांच में सामने आया है कि प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत की पत्नी को 55 लाख रुपये का लोन बिना किसी ब्याज के ही दे दिया. इन्हीं पैसों से संजय राउत के परिवार ने दादर में एक फ्लैट खरीद लिया. इसी फ्लैट के सिलसिले में वर्षा राउत से पूछताछ भी की गई थी.
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रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रवीण राउत पर आरोप है कि लैंड डील में कमीशन के रूप में प्रवीण राउत को 95 करोड़ रुपये मिले. जिस सुजीत पाटकर के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी उसे भी संजय राउत का करीबी माना जाता है. सुजीत पाटकर और संजय राउत की बेटी, एक वाइन ट्रेडिंग कंपनी में पार्टनर भी हैं.
एक और मामला यह है कि संजय राउत की पत्नी और सुजीत पाटकर की पत्नी ने अलीबाग में एक जमीन खरीदी थी. ईडी को शक है कि इस जमीन को खरीदने के लिए भी पैसों की हेराफेरी की गई. इसी वजह से यह जमीन भी ईडी के निशाने पर है. हालांकि, इन सभी आरोपों पर संजय राउत का कहना है कि उन्होंने कभी पैसों की कोई हेराफेरी नहीं की और यह सब सिर्फ उन्हें परेशान करने की कोशिश है.
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Patra Chawl Land Scam क्या है? शिवसेना नेता संजय राउत को ईडी ने क्यों भेजा समन?