डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र में अजीत पवार की उधेड़बुन, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) में उनके कद पर असर डाल रही है. NCP की एक अहम बैठक होने वाली है, जिसमें उन्हें बुलाया तक नहीं गया है. गेस्ट लिस्ट से उनका नाम गायब है. राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि उन्हें राजनीतिक वजहों से दरकिनार किया जा रहा है.
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार 'मुंबई को विश्व स्तरीय शहर के रूप में कैसे विकसित करें', इस विषय पर एनसीपी सम्मेलन को संबोधित करेंगे. महाराष्ट्र एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल, इसके उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करने वाले हैं.
जयंत पाटिल के अलावा प्रफुल्ल पटेल, सुप्रिया सुले, सुनील तटकरे और पूर्व मंत्री छगन भुजबल, जितेंद्र अवध और अनिल देशमुख जैसे कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे लेकिन इस लिस्ट में अजीत पवार का नाम तक शामिल नहीं है.
इसे भी पढ़ें- Twitter ने छीन लिया दिग्गजों का ब्लू टिक, बॉलीवुड से लेकर नेताओं तक को झटका, एलन मस्क ने क्यों किया ऐसा? जानिए वजह
बैठक में नदारद अजीत पवार, क्या बोल रहे हैं नेता?
एनसीपी नेताओं का कहना है कि मुंबई में पार्टी का अधिवेशन मूल रूप से गुरुवार को होना था और अजीत पवार ने इसके लिए अपनी सहमति दे दी थी. इसे शुक्रवार को दोबारा रीशेड्यूल किया गया है. अजीत पवार ने कहा कि उस दिन वह व्यस्त हैं पुणे में आधा दर्जन से अधिक कार्यक्रमों के निमंत्रण स्वीकार कर चुके हैं. एनसीपी नेताओं ने यह भी कहा है कि अजीत पवार इस बैठक में शामिल नहीं हो सकते हैं यही वजह है कि उनका नाम गेस्ट लिस्ट में शामिल नहीं है.
इसे भी पढ़ें- कश्मीर में बौखलाए आतंकी, G-20 की बैठक से सुलग उठी घाटी, क्या है पुंछ अटैक की इनसाइड स्टोरी? पढ़ें
अजीत पवार ने गुरुवार को राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को दो अलग-अलग पत्र लिखकर खारघर त्रासदी की न्यायिक जांच की मांग की. दो दिन पहले, अजीत पवार ने इन अटकलों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया था कि वह एनसीपी छोड़कर बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं.
आखिरी सांस तक एनसीपी न छोड़ने का दावा कर रहे हैं अजीत पवार
अजीत पवार ने यह भी कहा था कि वह अपनी आखिरी सांस तक एनसीपी नहीं छोड़ेंगे. अजीत पवार ने आरोप लगाया है कि उन्हें बदनाम करने और एनसीपी में दरार पैदा करने के लिए अफवाहें फैलाई जा रही हैं.
क्यों बीजेपी में शामिल होने की लग रहीं अटकलें?
अजीत पवार का एनसीपी में कद बेहद अहम है. उन्हें महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन का स्तंभ उनके समर्थक कह रहे थे. ऐसे में अगर वह कोई ऐसा फैसला लेते हैं तो पार्टी की किरकिरी होनी तय है. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की नजदीकी की वजह से उन्हें अक्सर उन्हीं के पार्टी के लोग संदेहास्पद नजरों से देखते हैं.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
किस ओर हैं अजीत पवार, MVA से अनबन, NDA से मेल, क्या महाराष्ट्र में होने वाला है खेल?