डीएनए हिंदी: इजराइल और फिलिस्तीन के बीच भीषण जंग चल रही है. आतंकवादी संगठन हमास ने शनिवार को इजराइल पर 5,000 रॉकेट दाग दिए. हमास के लड़ाके, इजराइल में पैराशूट के जरिए कूद पड़े. इस हमले में इजराइल को बहुत नुकसान पहुंचा है. बौखलाए इजराइल ने भी हमास के ठिकानों को निशाना बनाकर हमला किया है. गाजा पट्टी जंग का मैदान बना है. महज 20 मिनट में हमास ने 5,000 मिसाइलें दागी, वहीं जवाब में इजराइल ने गाजा को निशाना बनाकर हमला बोल दिया. कई दिनों के गतिरोध के बाद अचानक ऐसी जंग सुलग पड़ी है. हमास इजराइल के खिलाफ 'ऑपरेशन अल अक्सा स्ट्रॉम' छेड़ा है. इजराइल ने जवाब में इजराइल ने 'ऑपरेशन आयरन स्वोर्ड्स' लॉन्च किया है.
आखिर इजराइल और फिलिस्तीन के बीच लफड़ा किस बात का है?
इजराइल दुनिया का इकलौता यहूदी राज्य है. यह भूमध्य सागर के पूरब में है. फिलिस्तीन पर अरब रहते हैं. इजराइल का कहना है कि जिस इलाके में फिलिस्तीनी हैं, उस जमीन पर इजराइल का हक है. यह जमीन की लड़ाई है. यहूदी और अरब मुस्लिम दोनों ही इस भूमि पर अपना दावा करते हैं. दोनों के पवित्र तीर्थ स्थल विवादित जगह पर ही हैं. इस खूनी संघर्ष की शुरुआत 20वीं सदी की शुरुआत में हुई.
यूरोप में उत्पीड़न से भाग रहे यहूदी ओटोमन और बाद में ब्रिटिश साम्राज्य तक आ पहुंचे. वे एक अरब मुस्लिम-बहुल क्षेत्र में अपनी मातृभूमि की मांग कर रहे थे. अरब मुस्लिम इसके लिए तैयार नहीं हुए. उन्होंने कहा कि यह जमीन उन्हीं की है. संयुक्त राष्ट्र ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की और कहा कि थोड़ा-थोड़ा हिस्सा सबको मिलना चाहिए. इजराइल और आसपास के अरब देशों ने फिलिस्तीन में कई लड़ाइयां लड़ीं. साल 1948 में और 1967 में भी खूनी जंग छिड़ी.
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1967 की जंग बेहद अहम रही. इजराइल ने वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी पर अपना अधिकार कर लिया. हकीकत में गाजा पट्टी एक फिलिस्तीनी क्षेत्र है. इस पर हमास शासन करता है. यह आतंकी संगठन है जो इजराइल को खत्म करना चाहता है. वहीं वेस्ट बैंक का कंट्रोल फिलिस्तीनी प्राधिकरण के पास है लेकिन ये इलाका इजराइल के कब्जे में है. यहां से फिलिस्तीनी आंदोलन और गतिविधियों पर इजरायली सेना नजर रखती है. यहूदी वेस्ट बैंक में लगातार निर्माण कर रहे हैं. यहां फिलिस्तीनियों को बसने नहीं दिया जाता है. गाजा पर एक इस्लामी आतंकी संगठन हमास का नियंत्रण है. इजरायल ने इस इलाके में नाकाबंदी तो की है लेकिन जमीन पर सेना का कब्जा नहीं है. इजराइल इस जमीन को अपना बताता है.
कैसे निकलेगा हल?
इस संघर्ष का कोई हल निकलता नहीं नजर आ रहा है. इजराइल गाजा पट्टी और पश्चिमी तट को फिलिस्तीन को नहीं सौंपेगा. फिलिस्तीन यहां मुस्लिम शासन काबिज करना चाहता है. फिलिस्तीन की मांग है कि गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक को इजराइल छोड़ दे.
हमास का मुखिया कौन है, क्यों बना है ये संगठन?
हमास का चीफ मोहम्मद दाइफ है. इसने इजराइल के खिलाफ ऑपरेशन अल-अक्सा स्टॉर्म लॉन्च किया है. उसने कहा कि अब बहुत हो गया है. उसने अपील की है कि फिलिस्तनी इस लड़ाई में हमास का साथ दें. हमास एक फिलिस्तीनी सुन्नी-इस्लामी कट्टरपंथी, उग्रवादी और आतंकी संगठन है. इसके दो हिस्से हैं. पहला हिस्सा 'दावा' और दूसरा हिस्सा 'इज्ज अद-दीन अल-कसम ब्रिगेड है. हमास समूह ने साल 2006 में में फिलिस्तीनी विधायी चुनाव जीता और 2007 में गाजा की लड़ाई के बाद गाजा पट्टी पर अधिकार कर लिया. फिलिस्तीनी नेशनल अथॉरिटी की संसद में भी इसी समूह का बहुमत है.
हमास ने इज़राइल पर हमला क्यों किया?
निर्वासित हमास कमांडर सलाह अरौरी के मुताबिक यह ऑपरेशन, फिलिस्तीन से इजराइल का कब्जा हटाने को लेकर शुरू हुआ है. हमास के आतंकी चाहते हैं कि जेरुसलम में अल-अक्सा मस्जिद और इजराइल के कैद किए गए हजारों फिलिस्तीनी कैदियों की रक्षा हो. एक दिन पहले, हमास ने घोषणा की थी कि लोगों को कब्ज़ा ख़त्म करने के लिए एक रेखा खींचनी होगी. इजराइल अभी भी फिलिस्तीनी क्षेत्र पर अत्याचार कर रहा है. जेरुसलम में अल-अक्सा के आसपास इजराइल अत्याचार कर रहा है.
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अल अक्सा को लेकर है असली विवाद
इजराइल ने पिछले तीन दशकों में अल अक्सा मस्जिद परिसर पर अपना नियंत्रण कड़ा कर दिया है. फिलीस्तीनियों का यह पहुंचना मुश्किल है. आरोप है कि इजराइल इस इलाके में हिंसक छापेमारी करता है. इजराइल ने यहूदी कट्टरपंथी समूहों के लिए एंट्री आसान कर दी है. हमास का कहना है कि यहूदी 1967 से ही यहां कब्जा करना चाहते हैं. यहां के परिसर और गुंबदों को यहूदी नष्ट करना चाहते हैं और यहां एक तीसरा मंदिर बनाना चाहते हैं. यह मस्जिद, यहूदी, मुसलमान और इसाइयों के लिए भी बेहद अहम है.
इजरायली सैनिकों ने पिछले हफ्ते अल-अक्सा मस्जिद परिसर में फिलिस्तीनी मुसलमानों पर हमला किया था. आरोप है कि कट्टरपंथी यहूदी संगठनों को पुलिस ने सुरक्षा दी है, जिससे वे इस इलाके में दाखिल हो सकें. हमास समूह के हमलों के जवाब में, इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में हमास संगठन के खिलाफ ऑपरेशन आयरन स्वॉर्ड्स शुरू किया है. 2007 में गाजा में हमास के सत्ता संभालने के बाद से इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकवादियों ने कई युद्ध लड़े हैं. इस लड़ाई में इस साल अब तक 247 फिलिस्तीनियों, 32 इजरायलियों और दो विदेशी नागरिकों की जान जा चुकी है. इनमें लड़ाके और नागरिक दोनों शामिल हैं.
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इजराइल और फिलिस्तीन के बीच आखिर झगड़ा किस बात का है?