डीएनए हिंदीः शराब की लत के कारण हर साल दुनिया भर में लाखों लोग मर जाते हैं. फिर भी लोग इस लत से छुटकारा नहीं पा रहे हैं. पिछले कुछ वर्षों में शराब की एक कैटेगरी वाइन को लेकर तमाम स्टडीज आने लगी है कि ये स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती है. रेड वाइन को सभी मादक पेय पदार्थों में सबसे स्वास्थ्यप्रद विकल्प माना गया जिसे पीना मना किया जाता है.
फिजिशियन और डायबिटोलॉजिस्ट डॉ. आतीश आनंद बताते हैं कि क्योंकि रेड वाइन को एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर माना जाता है क्योंकि अंगूर को तैयार करके रेड वाइन बनाई जाती है. अंगूर एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं. इनमें रेस्वेराट्रोल, कैटेचिन, एपिकैटेचिन और प्रोएन्थोसाइनिडिन शामिल होते हैं. इन स्वास्थ्यवर्धक चीजों से लोडेड वाइन क्या सेहत के लिए ठीक है?
क्या शराब सचमुच स्वास्थ्यवर्धक है?
यह विचार कि शराब पीना स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, 1970 के दशक से चली आ रही है, जब वैज्ञानिकों ने पाया कि फ्रांसीसी नागरिकों को अन्य देशों के नागरिकों की तुलना में हृदय रोग कम थे. क्योंकि फ्रांसीसी अधिक संतृप्त वसा खाते हैं, वैज्ञानिकों ने सीधे तौर पर वाइन को फ्रांसीसी नागरिकों में हृदय रोग की कम दर से जोड़ा है.
वैज्ञानिकों ने इसे फ्रेंच पैराडॉक्स नाम दिया और यह व्याख्या दुनिया भर में लोकप्रिय हो गई और अब थोड़ी मात्रा में वाइन पीना स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है.
रेड वाइन में मौजूद शक्तिशाली पौधों के यौगिकों को कई स्वास्थ्य लाभों से जोड़ा गया है, जिनमें सूजन कम होना, हृदय रोग और कैंसर का खतरा कम होना और जीवन प्रत्याशा में वृद्धि शामिल है. कम मात्रा में रेड वाइन पीने से कई स्वास्थ्य समस्याएं कम हो सकती हैं. रेड वाइन पीने के फायदे बताए जाते हैं-
हृदय रोग के खतरे को कम करता है
जो लोग प्रतिदिन लगभग 150 मिलीलीटर रेड वाइन पीते थे, उनमें शराब न पीने वालों की तुलना में हृदय रोग का जोखिम 32% कम था. हालाँकि, अधिक सेवन से हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है. थोड़ी मात्रा में रेड वाइन पीने से अच्छे एचडीएल कोलेस्ट्रॉल को बनाए रखने में मदद करके हृदय रोग का खतरा कम हो सकता है. ऑक्सीडेटिव क्षति और खराब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के ऑक्सीकरण को भी 50% तक कम किया जा सकता है.
कैंसर का खतरा कम
रेड वाइन में रेस्वेराट्रॉल और अन्य एंटीऑक्सीडेंट होते हैं. इसलिए ऐसा माना जाता है कि शराब के सेवन से कोलन, फेफड़े, स्तन, डिम्बग्रंथि और प्रोस्टेट कैंसर सहित कई प्रकार के कैंसर का खतरा कम हो सकता है.
मनोभ्रंश का कम जोखिम
वाइन में पॉलीफेनोल्स के न्यूरोप्रोटेक्टिव प्रभाव सूजन को कम कर सकते हैं और मनोभ्रंश और अल्जाइमर रोग के खतरे को कम कर सकते हैं.
डिप्रेशन का खतरा कम होता है
मध्यम आयु वर्ग और वृद्ध लोगों के अध्ययन से पता चला है कि जो लोग प्रति सप्ताह 2-7 गिलास शराब पीते हैं उनमें अवसाद विकसित होने की संभावना कम होती है. वाइन में मौजूद रेस्वेराट्रॉल मस्तिष्क में सेरोटोनिन बढ़ाता है, जिससे मूड बेहतर होता है.
दर्द से राहत, विशेषकर गठिया में
रेड वाइन में रेस्वेराट्रोल नामक एक यौगिक होता है, जिसमें अच्छा सूजनरोधी प्रभाव होता है. कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि मध्यम शराब का सेवन गठिया के कम जोखिम और बेहतर दर्द प्रबंधन से जुड़ा है.
चेतावनी
शराब के सेवन से कुछ स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं, लेकिन अत्यधिक शराब पीने से स्वास्थ्य जोखिम बढ़ सकते हैं. इन लाभों को प्राप्त करने के लिए आप सीमित मात्रा में रेड वाइन का सेवन भी कर सकते हैं. दरअसल, वाइन पीने के वैसे तो कई फायदे हैं लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इसे न पीने के नुकसान भी हैं.
स्वस्थ महिलाओं के लिए प्रति दिन एक पैग और स्वस्थ पुरुषों के लिए प्रति दिन दो पैग वाइन के रिकमेंडेड है, लेकिन ज्यादा पीने से ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर हाई हो सकता है और कुछ बीमारियों में डॉक्टर से सलाह के बाद ही पीना चाहिए.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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क्या गठिया-दिल की बीमारी वाले भी पी सकते हैं रेड वाइन? अगर हां, तो रोज कितना पीना होगा काफी