डीएनए हिंदी: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मंगलवार को कुछ युवा बिना कपड़ों की ही प्रदर्शन करने उतर गए. विधानसभा का घेराव करने जा रहे इन युवाओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. इससे पहले अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के ये युवा नग्न होकर और हाथों में तख्तियां लेकर मंत्री रुद्र गुरु अनिला भेड़िया के काफिले के आगे आ गए. अब यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है. सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल होने के बाद विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ लिया है.
ये युवा कथित रूप से फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को नग्न प्रदर्शन कर रहे थे. अधिकारियों ने बताया कि शहर के पंडरी थाना क्षेत्र के आमा सिवनी मोड़ के करीब अश्लील तरीके से विरोध करने पर प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है. उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के कुछ युवक अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को अचानक विधानसभा की तरफ बढ़ने लगे और पूरी तरह से नग्न होकर नारेबाजी की.
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क्या चाहते हैं प्रदर्शनकारी युवक?
अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस को जब घटना की जानकारी मिली, तब इन युवकों को हिरासत में ले लिया गया. प्रदर्शन कर रहे युवकों ने मीडिया से कहा कि छत्तीसगढ़ में 267 लोग अनुसूचित जाति और जनजाति का फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर नौकरी कर रहे हैं लेकिन प्रशासन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. प्रदर्शनकारी युवकों ने कहा, 'इन लोगों की गिरफ्तारी और इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए हम लोगों ने आमरण अनशन किया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसके चलते अब हम नग्न प्रदर्शन कर रहे हैं. हमारी मांग है कि फर्जी जाति प्रमाण पत्र धारकों की गिरफ्तारी हो और उनके द्वारा वेतन से अर्जित संपत्ति जब्त की जाए.'
विधानसभा जाने वाली सड़क पर अचानक बड़ी संख्या में नग्न युवकों को हाथ में तख्ती लेकर नारे लगाते हुए देखकर कई लोगों ने उनका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर शेयर किया. छत्तीसगढ़ विधानसभा का 4 दिवसीय मानसून सत्र मंगलवार को शुरू हुआ और यह 21 जुलाई को समाप्त होगा. साल के अंत में राज्य में प्रस्तावित विधानसभा चुनावों से पहले यह अंतिम विधानसभा सत्र है.
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3 साल पहले हुआ था नौकरी से बर्खास्त करने का आदेश
छत्तीसगढ़ के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कथित घोटालों और नियमितीकरण की मांग को लेकर संविदा कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे आंदोलन सहित कई मुद्दों पर राज्य की भूपेश बघेल सरकार को घेरने का फैसला किया है. मानसून सत्र के दौरान बीजेपी राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाएगी. पूर्व में राज्य सरकार इस मामले के तूल पकड़ने के बाद उच्च स्तरीय छानबीन समिति गठित कर चुकी है. जिसकी रिपोर्ट के आधार पर सामान्य प्रशासन विभाग ने फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी कर रहे अधिकारियों-कर्मचारियों को बर्खास्त करने का आदेश दिया.
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नग्न प्रदर्शन करने वाले युवा आदेशों पर अमल नहीं होने से नाराज हैं. अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के युवा लगातार मामले को उठा रहे हैं. उनकी मांग है कि जिन लोगों ने फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी की है, उन्हें तत्काल बर्खास्त किया जाए. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि राज्य में फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर कई अधिकारी और कर्मचारी अब भी पद पर बने हुए हैं. तीन साल पहले उन्हें बर्खास्त करने का आदेश हुआ था लेकिन अब भी वे नौकरी कर रहे हैं. अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के युवा लंबे समय से आंदोलनरत हैं.
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छत्तीसगढ़ में बिना कपड़ों के क्यों प्रदर्शन करने लगे लोग? जानिए क्या है वजह