डीएनए हिंदीः जल, थल और वायुसेना को मिलाकर थियेटर कमान (Theater Command) पर भारत तेजी से काम कर रहा है. उम्मीद की जा रही है कि अगले एक साल में भारत को पहली थियेटर कमान मिल जाएगी. जनरल बिपिन रावत के देश का पहला सीडीएस बनने के साथ ही इस पर तेजी से काम शुरु हुआ था. इसके बाद मामला कुछ समय के लिए धीमा हो गया. अब देश के नए सीडीएस जनरल अनिल चौहान (CDS Anil Chauhan) का देखदेख में इस काम को पूरा किया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक एयर डिफेंस कमान पर भारत का काम करीब-करीब अंतिम चरण में पहुंच चुका है.
क्या होती है थियेटर कमान?
थियेटर कमान तीनों सेनाओं को मिलाकर कम्बाइंड कमांड सेंटर होता है. थिएटर कमांड्स का सबसे सही उपयोग युद्ध के दौरान तब होता है जब बात तीनों सेनाओं के बीच समन्वय की होती है. युद्ध के हालात में तेज और सटीक हमलों के लिए इसका इस्तेमाल काफी अच्छा होता है. कई देशों ने इस कमान को गठन किया है. चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित कई देशों में थिएटर कमांड हैं. भारत में अभी थलसेना और वायुसेना की सात-सात और नौसेना की तीन कमांड हैं. इन्हें मिलाकर चार कमान तैयार की जाएगी. खास बात यह होगी कि ये सभी कमान सीडीएस को रिपोर्ट करेंगी. ऐसे में इनके बीच समन्वय काफी आसान होगा.
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क्यों पड़ी थियेटर कमान बनाने की जरूरत?
थियेटर कमान बनाना समय की मांग है. कई देश इस प्रयोग को पहले ही कर चुके हैं. इससे तीनों सेनाओं के बीच समन्वय बेहतर होता है. एकसाथ कमांड लाने पर सैन्य बलों के आधुनिकीकरण का खर्च कम हो जाता है. कोई नई तकनीक आती है तो उसका उपयोग तीनों सेनाएं कर सकती हैं. इतना ही नहीं युद्ध के हालात में इसका महत्व और बढ़ जाता है. भारत में जो पहली थियेटर कमान बनने जा रही है उसमें वायुसेना के पास उसका पूरा कंट्रोल रहेगा. इसके अलावा थिएटर कमान का एक अलग प्रमुख भी बनाया जाएगा जिसकी रैंक एयर मार्शल के अधिकारी की होगी. अभी भारत में तीनों सेनाओं की कुल मिलाकर 17 कमान हैं. एयर डिफेंस, समुद्री, पूर्वी और पश्चिमी कमान सबसे पहले बनेगी.
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थियेटर कमान बनने से क्या होगा?
थियेटर कमान बनने को लेकर सेनाओं में पहले कई बार मतभेद रह चुका है. इसे पीछे सबसे बड़ा कारण तीनों सेनाओं को अपनी स्वायत्तता खत्म होने का डर था. दरअसल एकीकृत कमान बनने के बाद अधिकांश ताकत थियेटर कमान प्रमुख के पास होगी. ऐसे में सीडीएस की भूमिका भी अहम होगी जबकि तीनों सेनाओं में 4 स्टार रैंक वाले अधिकारियों की संख्या कम हो जाएगी. इसी कारण इसके बनने में काफी देरी होती रही है. भारत में अभी 17 सिंगल कमांड्स हैं. इसे कम कर कम से कम चार या छह थिएटर कमांड्स बनाए जाने की तैयारी की जा रही है.
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क्या है थियेटर कमान? क्यों पड़ी इसे बनाने की जरूरत और कैसे भारत हो जाएगा 'सुपरपावर'