डीएनए हिंदी: मणिपुर (Manipur) में जारी हिंसा का दौर ढाई महीने से जारी है. मैतेयी और कुकी समुदायके बीच जारी बवाल और हिंसा का असर अब दूसरे राज्यों में भी दिखने लगा है. कुकी समुदाय की दो महिलाओं को रेप के बाद निर्वस्त्र करके घुमाने का वीडियो वायरल होने के बाद पूर्वोत्तर के दूसरे राज्यों में भी इसका असर दिख रहा है. मिजोरम में मैतेयी समुदाय के लोगों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहे है. ऐसे में मणिपुर सरकार मिजोरम से मैतेयी लोगों को एयरलिफ्ट करने पर विचार कर रही है. मैतेयी समुदाय की सुरक्षा को देखते हुए मिजोरम में उनसे सुरक्षित जगहों पर लौटने के लिए भी कहा गया है. जानें क्या हैं मैतेयी समुदाय की पूर्वोत्तर के दूसरे राज्यों में स्थिति और मणिपुर से बवाल कैसे पूरे नॉर्थ-ईस्ट तक पहुंचने के आसार बन गए हैं.
मैतेयी समुदाय इन राज्यों में हैं फैले
मणिपुर में मैतेयी समुदाय आबादी के लिहाज से बहुसंख्यक हैं लेकिन छोटे अनुपात में इनके कुछ समूह दूसरे राज्यों में भी रहते हैं. मिजोरम में इस समुदाय की छोटी संख्या है और वहां के विश्वविद्यालयों में भी कुछ मैतेयी छात्र मणिपुर से जाकर पढ़ते हैं. 2011 की जनगणना के अनुसार, मणिपुर के बाद सबसे ज्यादा मैतेयी संख्या बल के लिहाज से असम और फिर त्रिपुरा में रहते हैं. मैतेयी और कुकी विवाद की वजह से इन राज्यों में रह रहे मैतेयी लोगों की सुरक्षा पर खतरा मंडराने लगा है.
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असम राइफल्स में कुकी समुदाय के जवान बड़ी संख्या में काम करते हैं. मणिपुर में हुई कुकी महिलाओं के नग्न परेड का वीडियो वायरल होने के बाद पूर्वोत्तर के दूसरे राज्यों में जनजातीय समूहों के बीच आक्रोश दिख रहा है. हालांकि असम और त्रिपुरा की सरकारों ने मैतेयी समुदाय को सुरक्षा का आश्वासन दिया है. हालांकि इसके बाद भी फिलहाल मणिपुर में शांति के आसार बनते नहीं दिख रहे हैं.
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मिजोरम में कैसे मैतेयी समुदाय पर संकट गहराया
कुकी महिलाओं के साथ हिंसा का वीडियो वायरल होने के बाद मिजोरम में रह रहे मैतेयी लोगों को एयरलिफ्ट कराने की योजना सरकार बना रही है. पीस एकॉर्ड एमएनएफ रिटर्नीज़ एसोसिएशन (पीएएमआरए) ने मिजोरम में रह रे मैतेयी लोगों को सुरक्षा के लिए घर छोड़ने की बात कही गई थी. इसके बाद मिजो स्टूडेंट यूनियन ने एक कदम आगे बढ़ते हुए मैतेयी समुदाय के छात्रों की जनगणना की मांग कर दी है. इसके बाद से मणिपुर सरकार एक्शन मोड में है. आइजोल में रहने वाले मैतेई लोगों पर खतरा मंडरा रहा है और इसलिए मणिपुर की राज्य सरकार आइजोल-इंफाल और आइजोल-सिलचर के बीच चलने वाली विशेष एटीआर विमान के जरिए लोगों को एयरलिफ्ट कराने पर विचार कर रही है.
मैतेयी और कुकी समुदाय से क्या है पूर्वोत्तर के दूसरे समुदायों का संबंध
मैतेयी और कुकी समुदाय के बीच संघर्ष की कहानी सीधी नहीं है और इसका असर पूर्वोत्तर पर पड़ना तय है. मैतेयी समुदाय बहुसंख्यक हिंदू है जिन्हें अब तक एसटी का दर्जा नहीं मिला था. पूर्वोत्तर के कुछ समुदाय मैतेयी लोगों से सहानुभूति रखते हैं जबकि दूसरी ओर कुकी समुदाय के ज्यादातर लोग ईसाई धर्म को मानते हैं. नगालैंड, मिजोरम समेत अन्य नॉर्थ ईस्ट स्टेट के खास तौर पर जनजाति समुदाय कुकी लोगों के प्रति सहानुभूति रखते हैं. कुकी समुदाय का आरोप रहता है कि मणिपुर पुलिस निष्पक्ष नहीं है क्योंकि उसमें मैतेयी लोगों की संख्या ज्यादा है. मिजोरम, मेघालय, नगालैंड समेत कई राज्यों में कुकी लोगों के समर्थन में अपील जारी की गई हैं. ऐसे में इस बवाल ने अब पूर्वोत्तर के दूसरे राज्यों को अपने चपेट में ले लिया है.
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मणिपुर का बवाल मिजोरम पहुंचा, मैतेयी लोगों को एयरलिफ्ट कराया जाएगा