डीएनए हिंदी: भारत में जी-20 के सफल आयोजन (G-20 Summit) की सराहना वैश्विक जगत में हो रही है. यूक्रेन संकट के बाद भी भारत घोषणा पत्र पर आम सहमति बनाई जा सकी और यह बहुत बड़ी कूटनीतिक जीत है. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को केंद्र सरकार की उपलब्धियों और पीएम मोदी के नेतृत्व के समर्थन में एक और बड़ा मुद्दा मिल गया है. कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दल भले ही सरकार प शाह खर्ची और सोने-चांदी के बर्तनों में खाना परोसने पर निशाना साध रहे हों लेकिन खुले तौर पर कोई भी आयोजन की आलोचना करने से बच रहा है. साथ ही, कांग्रेस के ही कई नेता तो घोषणा पत्र की मंजूरी को भारत के लिए बड़ी जीत बता रहे हैं. समझें कैसे बीजेपी के लिए यह आयोजन बड़ा चुनावी मुद्दा बन गया है.
अगले साल होने वाले चुनावों के लिए विपक्षी गठबंधन इंडिया (INDIA) को टक्कर देने के लिए मोदी सरकार और बीजेपी भी कमर कसकर तैयार है. जी-20 आयोजन पर राजनीति होना तो तय है लेकिन बीजेपी के लिए लोकसभा चुनाव में यह बड़ा मुद्दा बनेगा. बीजेपी के पास अपनी उपलब्धियों की चर्चा में जी-20 का आयोजन रहेगा और माना जा रहा है कि चुनाव प्रचार में जोर-शोर से इसे उठाया भी जाएगा. दूसरी ओर कांग्रेस के पास फिलहाल इसे असफल साबित करने के लिए जनता से जुड़ा कोई ठोस मुद्दा नहीं है.
यह भी पढ़ें: क्या है मराठा आरक्षण का विवाद जिसमें सुलग रही है महाराष्ट्र की पूरी राजनीति, समझें
पीएम मोदी की बनी वैश्विक छवि
G-20 समिट से पहले भी पीएम मोदी की एक वैश्विक छवि थी लेकिन इस सम्मेलन की सफलता ने उन्हें वर्ल्ड लीडर्स की पहली कतार में खड़ा कर दिया है. सम्मेलन से इतर पीएम ने कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और इस दौरान बाइडेन से लेकर इमैनुअल मैक्रों और जस्टिन ट्रूडो के साथ पीएम की वार्ता हुई. भारत के साथ फ्रांस, अमेरिका, इटली समेत कई देशों के समझोतै हुए और इसके बीच पीएम मोदी की वर्ल्ड नेता के ही तौर पर नहीं बल्कि उसमें भी नेतृत्वकर्ता के तौर पर छवि पुष्ट हुई है.
जी-20 बनाम कॉमनवल्थ गेम्स का होगा शोर
जी-20 के आयोजन में फिजूलखर्ची के मुद्दे को हटा दें तो विपक्ष के पास इसे असफल बताने के लिए फिलहाल कोई ठोस तर्क नहीं है. दूसरी ओर बीजेपी के लिए यह अहम मुद्दा है कि कॉननवेल्थ गेम्स आयोजन में हुए भ्रष्टाचार से इतर जी-20 को लेकर ऐसी कई खबर नहीं है. ऐसे में चुनाव में बीजेपी पीएम मोदी के नेतृत्व में भव्य और भ्रष्टाचार मुक्त आयोजन का मुद्दा जोर-शोर से उठाएगी. दूसरी ओर कांग्रेस पर कॉमनवेल्थ गेम्स में हुए भ्रष्टाचार पर हमला बोलकर गुड गर्वनेंस के आधार पर माइलेज लेने का काई मौका नहीं छोड़ेगी.
यह भी पढ़ें: 4254 रुपये खर्च हुए जी-20 के आयोजन के लिए, जानें बदले में भारत को क्या मिलेगा
बीजेपी के राष्ट्रवाद और हिंदुत्व की विचारधारा को मिलेगा दम
जी-20 सम्मेलन में जिस तरह से विदेशी मेहमानों ने भी भारतीय संस्कृति और परंपराओं का मान रखा है वह बीजेपी के राष्ट्रवाद और हिंदुत्व की विचारधारा को पोषित करने वाला है. राष्ट्रपति के निमंत्रण पत्र में भारत नाम लिखना हो या शिवलिंग के आकार के फव्वारे, जी-20 के आयोजन को मोदी सरकार ने राष्ट्रवाद से जोड़ने की पूरी कोशिश की है. इस आयोजन की सफलता के जरिए संदेश दिया जाएगा कि पूरे विश्व में अब भारतीय संस्कृति और सनातन आदर्शों को अपनाया जा रहा है. चाहे वह विश्व योग दिवस के रूप में हो या जी-20 में मेहमानों का भारतीय संस्कृति में रुचि लेना हो.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
G-20 की सफलता से लोकसभा चुनाव में बीजेपी को होगा फायदा? समझें 3 प्वाइंट में