डीएनए हिंदी: बॉलीवुड एक्ट्रेस और मशहूर सोशल मीडिया स्टार पूनम पांडेय की मौत की खबर हर जगह चल रही है. बताया जा रहा है कि सर्वाइकल कैंसर की वजह से शुक्रवार को उनकी मौत हो गई. उनकी पीआर ने इंस्टाग्राम ऑफिशियल अकाउंट पर पोस्ट कर इसका खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि पूनम लंबे समय से इस बीमारी से पीड़ित थीं. पूनम पांडेय सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती थीं. हालांकि, कुछ लोग इस खबर को गलत बता रहे हैं. बहरहाल इसी सच्चाई तो सामने आ ही जाएगी, लेकिन आज हम आपको यह बताते हैं कि सर्वाइकल कैंसर होता कैसे है और भारत में इसके कितने केस हैं?
पूनम पांडेय ने हाल ही में सोशल मीडिया में कुछ तस्वीरें पोस्ट की थी. जिनमें वह खूबसूरत और फिट नजर आ रही हैं, लेकिन वो Cervical Cancer यानी गर्भाशय के मुंह के कैंसर से पीड़ित थीं. हमारे देश में गर्भाशय के मुंह के कैंसर की वजह से हर साल 75 हजार से ज्यादा महिलाओं की मौत हो जाती है. ये आंकड़ा डराने वाला है. महिलाओं के लिए सर्वाइकल कैंसर एक बहुत बड़ा खतरा है, जो 15 साल से बड़ी किसी भी महिला को हो सकता है. भारत में सर्वाइकल कैंसर महिलाओं को होने वाला दूसरा सबसे बड़ा कैंसर है.
कितनी खतरनाक है ये बीमारी?
एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में लगभग 50 करोड़ महिलाओं को Cervical cancer होने का खतरा है, जबकि हर साल 1 लाख 25 हजार महिलाएं इस बीमारी का शिकार हो जाती हैं यही नहीं देश में हर साल 75 हजार से ज्यादा महिलाओं की इस बीमारी से मौत हो जाती है. मेडिकल जर्नल'Lancet' की एक स्टडी के मुताबिक, दुनिया में सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित महिलाओं की मौत के मामले में भारत पहले नंबर पर है. दुनिया की हर 5 में से एक महिला जो सर्वाइकल कैंसर से ग्रस्त है, वो भारतीय हैं.
Lancet के मुताबिक, पूरी दुनिया में सर्वाइकल कैंसर से मरने वाली महिलाओं में 23 प्रतिशत भारतीय और 17 प्रतिशत चीन की महिलाएं हैं. यानि Cervical cancer एक ऐसी बीमारी है, जिसने सबसे ज्यादा मौतें भारत और चीन में होती हैं. इस बीमारी से महिलाओं को बहुत ज्यादा सावधान रहने की जरुरत है. ऐसा नहीं है कि इस बीमारी का इलाज नहीं है. डॉक्टरों की मानें तो सही जानकारी, सलाह और दवाइयों के साथ इस कैंसर से लड़ा जा सकता है.
क्या होता है Cervical cancer?
सर्वाइकल कैंसर एक वायरस की वजह से होता है, जिसे HPV यानी Human Papilloma-virus कहते हैं. यह वायरस असुरक्षित संबंधों की वजह से फैलता है. इस वायरस के कुछ वेरिएंट बाद में कैंसर की वजह बनते हैं. देखा जाए तो हम लोग अपने जीवन में कभी न कभी ह्यूमन पैपिलोमा वायरस के संपर्क में आते हैं. लेकिन अच्छी इम्युनिटी की वजह से वह खत्म हो जाता है.
लेकिन अगर किसी महिला की इम्युनिटी कमजोर है तो यह वायरस उसके Cervix यानी गर्भाशय के मुंह से जुड़ी कोशिकाओं को कैंसर की कोशिकाओं में बदल देता है. यही स्थिति आगे चलकर सर्वाइकल कैंसर बन जाता है. महिलाओं में Cervical Cancer का एक बड़ा कारण असुरक्षित संबंध है. असुरक्षित संबंधों का दायरा भी जितना बड़ा होगा, ह्यूमन पैपिलोमा वायरससे पीड़ित होने का खतरा उतना बढ़ेगा.
क्या कहती है WHO की रिपोर्ट?
हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) ने भारत को लेकर एक रिपोर्ट जारी की थी. इसके मुताबिक, साल 2022 में भारत में कैंसर के कुल 14 लाख 13 हजार मामले सामने आए थे. इनमें 9 लाख 16 हजार लोगों की मौत हो गई थी. भारत में इस समय कैंसर से पीड़ित मरीजों की संख्या तकरीबन 33 लाख है. इनमें महिलाओं में सबसे ज्यादा Breast Cancer यानी स्तन कैंसर है. दूसरे नंबर पर महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के केस ज्यादा पाए जाते हैं. कैंसर से पीड़ित महिलाओं में से 17 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं Cervical Cancer से पीड़ित हैं.
बता दें कि ब्रेस्ट कैंसर हो या सर्वाइकल कैंसर महिलाओं के लिए दोनों ही घातक हैं. इसके बारे में बड़े मंचों के साथ-साथ घर परिवार में भी चर्चा करने की जरूरत है. दिक्कत ये है कि महिलाएं शर्म के कारण इस बीमारी के बारे में ना तो परिवार को बता पाती हैं और ना सार्वजिनक मंचों पर. यही नहीं सरकार की तरफ से भी इसको लेकर ज्यादा जागरूकता नहीं फैलाई जा रही है. इस कारण से हर साल भारत में हजारों महिलाएं इस बीमारी की शिकार हो रही हैं. हमें इस बीमारी से बचना है तो घर परिवार, स्कूल-कॉलेज, सार्वजनिक मंचों पर इस बीमारी को लेकर जागरूकता फैलानी होगी. (DNA TV शो के कंटेंट के साथ)
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महिलाओं में किस वजह से होता है सर्वाइकल कैंसर, भारत में कुल कितने केस?