डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश में बुलडोजर खूब चर्चा में है. प्रयागराज हिंसा के मास्टर माइंड जावेद पंप के घर पर भी रविवार को बुलडोजर कार्रवाई की गई है. इससे पहले प्रदेश भर से पिछले कुछ दिनों अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलने की खबर आ रही है. बुलडोजर एक्शन सिर्फ कार्रवाई भर नहीं है, राजनीति में छिपे अर्थ खंगालें तो यह एक साथ ही छवि निर्माण और भविष्य के लिए बड़े संदेश देने का संकेत है.
बुलडोजर बाबा की छवि हो रही मजबूत
यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान योगी आदित्यनाथ ने खुद की छवि बुलडोजर बाबा (Bulldozer Baba) के तौर पर स्थापित कर दी है. इसका असर अब प्रदेश भर में देखने को मिल रहा है. जुमे की नमाज के बाद प्रदेश भर में हुई हिंसा के आरोपियों और मास्टरमाइंड पर बुलडोजर चलाया जा रहा है.
पिछले कुछ दिनों में लखनऊ, बाराबंकी, कानपुर, नोएडा, जालौन, बुलंदशहर जैसे तमाम जिलों में रोज बुलडोजर से अवैध निर्माण गिराने की खबर सामने आ रही है. प्रदेश में 62 माफियाओं की लिस्ट बनाई गई है जिन पर बुलडोजर एक्शन लिया जाना है. दरअसल इन सब कार्रवाई के जरिए योगी ने बुलडोजर बाबा की जो छवि खुद की बनाई थी, वह दिन-ब-दिन मजबूत होती जा रही है.
यह भी पढ़ें: Bulldozer Action पर भड़के ओवैसी, बोले- हत्या के आरोपी मंत्री के बेटे का घर कैसे सुरक्षित?
अपराधियों पर सख्त, बेहतरीन प्रशासन
बुलडोजर एक्शन दरअसल अपराधियों को दंड देने की प्रक्रिया भर नहीं है. इसके पीछे पूरे प्रदेश और उसके बाहर अब देश भर में मजबूत संदेश जा रहा है. योगी की छवि बतौर मुख्यमंत्री एक स्टैट्समैन के तौर पर स्थापित हो चुकी है. अगर ज्यादा पीछे नहीं लौटें तो गुजरात में बतौर मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की देशव्यापी छवि भी उनके विकास कार्यों के साथ दक्ष प्रशासक के तौर पर बनी थी.
राजनीति के जानकारों का कहना है कि देश भर में मोदी की अपार लोकप्रियता के पीछे एक बड़ी वजह गुजरात में अपराधियों और दंगाइयों पर नकेल भी थी. उसी लीक पर बढ़ते हुए योगी भी अपनी देशव्यापी छवि निर्माण करने में बहुत हद तक सफल भी हुए हैं.
यह भी पढ़ें: जुमे की नमाज के बाद देशभर में प्रदर्शन, नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग
विकास और सुशासन से बनेंगे मोदी के स्वाभाविक उत्तराधिकारी?
बीजेपी आक्रामक तरीके से अभी से ही 2024 लोकसभा चुनावों में जीत की तैयारी में जुट गई है. इस वक्त प्रधानमंत्री मोदी की सत्ता को कोई चुनौती नहीं दे रहा है और न संघ और न पार्टी के अंदर से ही इसकी कोई सुगबुगाहट है. हालांकि, आरएसएस के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि मोदी के स्वाभाविक उत्तराधिकारी की खोज जारी है और जाहिर है कि उसके बड़े दावेदारों में से एक योगी आदित्यनाथ ही हैं.
प्रदेश में दूसरी बार लगातार सरकार बनाकर उन्होंने ऐतिहासिक कारनामा कर दिया है. उनकी लोकप्रियता, चुनावी मैनेजमेंट और प्रशासनिक क्षमता जैसे सवाल अब बेमानी हो चुके हैं. उग्र हिंदुत्ववादी छवि को योगी अपने पहले कार्यकाल में ही सख्त प्रशासक के तौर पर बदल चुके हैं.
उत्तर प्रदेश की राजनीति और संघ की बारीकियों को समझने वाले जानकार भी मान रहे हैं कि बीजेपी के भविष्य के तौर पर योगी खुद को विकल्प के तौर पर पेश कर चुके हैं. उत्तर प्रदेश के सीएम इस वक्त न सिर्फ एक विकल्प हैं बल्कि वह मजबूत और लोकप्रिय विकल्प हैं.
यह भी पढ़ें: 'सच कहना अगर बगावत है तो समझो हम बागी हैं', नूपुर शर्मा के समर्थन में आईं साध्वी प्रज्ञा
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
CM Yogi Adityanath की 'बुलडोजर बाबा' छवि के पीछे है प्रशासन-सुशासन का डबल डोज!