बिहार की राजधानी पटना में 70वीं BPSC पीटी को निरस्त की मांग को लेकर अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं. इसको लेकर अभ्यर्थियों की ओर से बड़ी संख्या में सीएम आवास के घेराव की कोशिश हुई थी. दरअसल ये अभ्यर्थी कई दिनों से सड़कों पर उतरे हुए हैं, और प्रोटेस्ट कर रहे हैं. इसी क्रम में रविवार को ये अभ्यर्थी बड़ी संख्या में जमा हो गए. बड़ी संख्या में लोगों को प्रदर्शन करते देख पुलिस की ओर से लाठीचार्ज किया गया. पुलिस की ओर से अभ्यर्थियों को गांधी मैदान के जेपी गोलंबर इलाके में भी लाठीचार्ज किया गया. वहीं जनसुराज के नेता प्रशांत किशोर भी इस विवाद की जद में आ गए. प्रशांत किशोर की बात करें तो उनके समेत 21 नामजद और 700 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. वहीं, प्रशांत किशोर के ऊपर छात्रों को उकसाने के आरोप भी लगाए गए हैं. साथ ही लाठीचार्ज की कार्रवाई के बाद छात्रों की ओर से प्रशांत किशोर के ऊपर भी सवाल उठाए गए.
प्रशांत किशोर विवाद की जद में कैसे आए?
असल में BPSC पीटी को निरस्त की मांग को लेकर अभ्यर्थी लगातार मांग कर रहे थे. प्रोटेस्ट में शामिल अभ्यर्थी अपनी समस्या को लेकर लगातार अलग-अलग सियासी दलों और नेताओं से मुलाकात की थी. इसी बीच जनसुराज के नेता प्रशांत किशोर भी इस प्रोटेस्ट में शामिल हो गए. रविवार को उनकी अगुवाई में बड़ी संख्या में अभ्यर्थी गांधी मैदान में जमा हो गए. उनको प्रशासन की ओर से इसको लेकर अनुमति नहीं हासिल थी. गांधी मैदान का बड़ा इलाका अभ्यर्थियों से भर गया था. वहां लगी गांधी मूर्ति के नजदीक धरना-प्रदर्शन प्रारंभ हो गया. पुलिस की ओर से उन्हें जगह खाली करने के लिए कहा गया. बावजूद इसके वो वहां पर मौजूद रहे. इसके बाद प्रशासन की ओर से गांधी मैदान के सारे गेट बंद कर दिए गए.
कैसे हुआ माहौल गर्म?
रविवार की शाम वहां माहौल गर्म होना शुरू हो गया. ये सारी घटना 5 बजे के आस-पास की है. मामला खराब होना उसी वक्त से स्टार्ट हो गया जब प्रशांत किशोर इन सभी छात्रों को लेकर सीएम आवास की ओर बढ़ने लगे. इस हुजूम को पुलिस की ओर से जेपी गोलंबर की बैरिकेडिंग के द्वारा रोका गया. लेकिन अभ्यर्थी फिर भी नहीं माने, और आगे चलते रहे. पुलिस की ओर से वहां भी मामूली लाठीचार्ज हुआ. उसके बाद प्रदर्शनकारी दो हिस्से में विभाजित हो गए. इसके उपरांत वो वापस से जेपी गोलंबर पर इकट्ठा होने लागे.
जब पुलिस ने जमकर चलाई लाठी
रात के लगभग साढ़े आठ बजे के आसपास छात्र जेपी गोलंबर के नजदीक ही मौजूद थे. पुलिस की ओर से लगातार उन्हें चेतावनी मिलती रही, लेकिन वो प्रदर्शन पर अडिग रहे. इसके बाद पुलिस की ओर से पानी की बौछार की गई. उसके बाद लाठीचार्ज को अंजाम दिया गया. पुलिस की तरफ से छात्रों को खदेड़-खदेड़ कर लाठियों से निशाना बनाया गया. इस हमले से कई छात्र बुरी तरह से घायल भी हुए.
छात्रों से प्रशांत किशोर को लेकर कही ये बात
रविवार को BPSC के छात्र गांधी मैदान में इकट्ठा हुए. प्रशांत किशोर का भी वहां पर आगमन हुआ. छात्रों की ओर से बताया गया कि पहले वो गर्दनीबाग में प्रदर्शन कर रहे, प्रशांत किशोर के बुलावे पर ही गांधी मैदान गए हुए थे. नहीं तो वो गांधी मैदान नहीं जाते और गर्दनीबाग में ही डटे रहते. इसको लेकर राजद और बिहार के विपक्षी पार्टी के नेताओं ने प्रशांत किशोर पर जमकर निशाना साधा है.
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Bihar: पटना में BPSC अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की पूरी कहानी, जानें प्रशांत किशोर विवादों की जद में कैसे आए