आज हम पाकिस्तान के भीतर उत्पन्न हुई कोलाहल की स्थिति को लेकर बात करने जा रहे हैं. दरअसल पाकिस्तान में दिनदहाड़े एक पूरी ट्रेन जफ़र एक्सप्रेस को हाईजैक कर ली गई. हाईजैकिंग के इस घटना को अंजाम दिया है बलूच लिब्रेशन आर्मी यानी BLA ने. ये ट्रेन बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा से पेशावर जा रही थी. ये घटना क्वेटा से करीब 100 किलोमीटर दूर बोलन में हुई है. आइए सबसे पहले समझते हैं कि बलूच लिब्रेशन आर्मी यानी BLA क्या है.
बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) क्या है?
बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) पाकिस्तान का एक प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन है. इस मुख्य उद्देश्य बलूचिस्तान को एक अलग और आज़ाद देश बनाना है. BLA की स्थापना साल 2000 में हुई थी. फिलहाल 6000 बलूच लड़ाके हैं. इस संगठन को बलूच लोगों का समर्थन प्राप्त है. साल 1947 में भारत और पाकिस्तान के विभाजन के वक्त बलूचिस्तान का बड़ा इलाका स्वतंत्र कलात रियासत के अधीन था, लेकिन मोहम्मद अली जिन्ना के कहने पर पाक आर्मी ने इस रियासत पर जबरन कब्जा कर लिया और इसे पाकिस्तान में मिला लिया था. तभी से बलूच लोगों में इसे पाकिस्तान से आजाद कराने की लड़ाई शुरू कर दी. बलूचिस्तान को आजाद कराने के लिए BLA की तरह ही BLF समेत कई संगठन सक्रिय हैं. BLA और पाक फौज के बीच समय-समय पर कई कॉन्फ़्लिक्ट देखने को मिलते रहे हैं. पाकिस्तान, अमेरिका और ब्रिटेन जैसे कई देशों ने BLA को एक आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है.
बलूचिस्तान में पंजाबी मुसलमानों को बसा रही पाक सरकार?
BLA की ओर से बलूचिस्तान में चल रहे कई चीनी प्रोजेक्ट्स को टारगेट किया जाता रहा है. खास तौर पर चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर पर कई हमले हो चुके हैं. BLA का आरोप है कि बलूचिस्तान में बड़ी मात्रा में नैचुरल रिर्सोसेज मौजूद हैं. पाकिस्तान की सरकार इसका दोहन करना चाहती है, और जहां बलूच लोग बेरोजगारी और ग़ुरबत भरी ज़िंदगी जीने को मजबूर हैं वहीं इन प्रोजैक्ट्स में सारे रोज़गार के मौक़े पंजाबी लोगों को दिया जाता है. साथ ही BLA की ओर बलूचिस्तान में पंजाबी मुसलमानों को बसाकर वहां की डेमोग्राफी को बदलने का भी आरोप लगाती रही है.
कौन हैं बलूच लोग?
बलूच लोग एक अलग जातीय और अलग नस्ल के लोग हैं. ये मुख्य तौर पर पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत, ईरान के सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत, और अफगानिस्तान के दक्षिणी और पश्चिमी इलाकों में रहते हैं. ये लोग बलूची भाषा बोलते हैं और अपनी विशिष्ट संस्कृति, परंपराओं और इतिहास के लिए जाने जाते हैं. बलूच लोगों का इतिहास बहुत पुराना है, और वे अपनी स्वतंत्रता और स्वायत्तता के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने कई सदियों तक अपने क्षेत्र में शासन किया है, और उनकी संस्कृति में कई अनोखे तत्व हैं. पूरी दुनिया में बलूच लोगों की आबादी करीब 1 करोड़ है, और वे अपने अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं. उन्हें अक्सर पाकिस्तान सरकारों द्वारा दबाव और उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है.
दक्षिण भारत से है इनका कैसा ताल्लुक?
दक्षिण भारत में बोले जाने वाली भाषाएं द्रविड़ भाषा परिवार से ताल्लुक रखती है. इसी तरह बलूचिस्तान में बोले जाने वाली एक भाषा ब्राहुई का ताल्लुक भी द्रविड़ भाषा परिवार से है. ब्राहुई उत्तर द्रविड़ भाषा परिवार का एक सदस्य है, जो मुख्य रूप से बलूचिस्तान प्रांत के मध्य भाग में बोली जाती है.
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Balochistan: कौन हैं बलूच लोग, दक्षिण भारत से है इनका कैसा ताल्लुक?