डीएनए हिंदी: क्या एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) और अजीत पवार (Ajit Pawar) के बीच फिर से कोई खिचड़ी पक रही है? महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर कयासों का दौर शुरू हो गया है. डिप्टी सीएम अजित पवार ने रविवार को अपने चाचा शरद पवार से मुलाकात की थी. आज फिर वो मंत्री पद की शपथ लेने वाले 8 मंत्रियों के साथ पार्टी अध्यक्ष शरद पवार से मिलने मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर पहुंचे. यह पिछले 24 घंटे में दूसरी बार है जब चाचा-भतीजे की मुलाकात हुई है.
इस मुलाकात का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन अटकलें लगाई जा रही हैं कि अजित पवार एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार द्वारा दिए गए अयोग्यता के नोटिस से चिंतित हैं. शरद पवार की ओर से प्रदेश एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल, राष्ट्रीय महासचिव डॉ. जितेंद्र अवहाद और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे. आज की बैठक ऐसे समय में हुई है जब एक दिन पहले अजित पवार ने अपनी मंत्रिस्तरीय टीम और अन्य नेताओं के साथ रविवार दोपहर को शरद पवार को फोन किया था, इससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई थी.
इससे पहले रविवार को हुई बैठक के बाद प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि वे शरद पवार का आशीर्वाद लेने और बिखरी हुई एनसीपी के लिए एकता के प्रयास करने के लिए गए थे. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि सीनियर पवार ने उनकी बात धैर्यपूर्वक सुनी, लेकिन उनके अनुरोध पर कोई वादा नहीं किया. बैठक के बारे में मंत्री दिलीप वाल्से पाटिल ने कहा कि पार्टी विधायक शरद पवार से मिलने और उनका आशीर्वाद लेने के इच्छुक हैं. पाटिल ने दो दिनों में दो बैठकों में मुस्कुराते हुए कहा, 'आखिरकार, हम अभी भी एक ही पार्टी में हैं.' जबकि उनके सहयोगी मंत्री धनंजय मुंडे ने कहा कि पटेल और अजीत पवार दिन में सभी संदेह स्पष्ट कर देंगे.
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अजीत पवार बार-बार क्यों कर रहे मुलाकात?
अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि अजित पवार के खेमे के सिर्फ मंत्रियों के साथ एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात हुई थी. इस मुलाकात के बाद अजित गुट के विधायकों में बैचेनी हो गई. इस पर विधायकों ने अजित पवार से सवाल किया कि हमें विश्वास में लिए बगैर आपने सिर्फ मंत्रियों के साथ शरद पवार से मुलाकात क्यों की? विधायकों को इस बाद का डर सताने लगा है कि पवार साहब से मुलाकात के बाद मंत्रियों को सहानुभूति मिलेगी लेकिन वो जब अपने-अपने क्षेत्रों में मतदाताओं के पास वोट मांगने जाएंगे तो उन्हें गुस्से का सामना करना पड़ेगा. इसलिए अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल सभी विधायकों को शरद पवार से मिलवाने वाई बी चव्हाण सेंटर पहुंचे.
बता दें कि अजित पवार की पिछले शुक्रवार को अपनी बीमार चाची प्रतिभा पवार से मिलने गए थे, जहां उन्होंने शरद पवार और एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सांसद सुप्रिया सुले से भी उनके घर पर मुलाकात की थी. 1 जुलाई को उनके और उनके समर्थकों के एनसीपी छोड़ने और 2 जुलाई को डिप्टी सीएम और मंत्री पद की शपथ लेने के बाद यह उनकी पहली मुलाकात थी, इससे राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया और कयासों का दौरा शुरू हो गया कि चाचा-भतीजे के बीच कुछ तो पक रहा है.
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मानसूत्र सत्र से NCP के 27 विधायक रहे नदारद
एनसीपी के 53 में से 27 विधायक सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन अनुपस्थित रहे. NCP के एक विधायक नवाब मलिक मनी लॉन्ड्रिंग के मामले के संबंध में न्यायिक हिरासत में हैं. सत्र में भाग लेने वाले राकांपा के 24 विधायकों में से उपमुख्यमंत्री अजित पवार, कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल, दिलीप वलसे पाटिल, हसन मुसरिफ, अदिति तटकरे, संजय बनसोडे, धनंजय मुंडे, अनिल पाटिल और धर्मराव आत्राम सत्तारूढ़ पक्ष के लिए निर्धारित सीटों पर बैठें. जिन विधायकों ने अजित पवार को समर्थन दिया है और जो सदन में उपस्थित रहे उनमें बबनराव शिंदे, इंद्रनील नाइक, प्रकाश सोलंखे, किरण लहामाते, सुनील शेल्के और सरोज आहिरे शामिल थे. वहीं शरद पवार खेमे से प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, विधायक बालासाहेब पाटिल, प्राजक्त तनपुरे, सुनील भुसारा, मानसिंग पवार, सुमन पाटिल, रोहित पवार, राजेश टोपे, अशोक पवार और अनिल देशमुख विपक्षी खेमे में बैठें.
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फिर एक होने की सुगबुगाहट? 24 घंटे में दूसरी बार मिले चाचा-भतीजे